May 5, 2024

राहुल ने पूछा, प्रधानमंत्री के भाषणों में ‘विकास’ क्यों गुम है?

New Delhi/Alve News : गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी रणनीति के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुजरात में 22 साल के बीजेपी शासन पर रोज एक सवाल कर रही है. इसी कड़ी में राहुल ने ट्वीट करते हुए लगातार प्रधानमंत्री मोदी से 10 सवाल किए और शनिवार को पीएम मोदी पर सवालों के जवाब न देने और सिर्फ भाषण देने का आरोप लगाया.

एक चैनल के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘गुजरात में 22 सालों से भाजपा की सरकार है. मैं केवल इतना पूछूंगा- क्या कारण है इस बार प्रधानमंत्री जी के भाषणों में ‘विकास’ गुम है? मैंने गुजरात के रिपोर्ट कार्ड से 10 सवाल पूछे, उनका भी जवाब नहीं. पहले चरण का प्रचार ख़त्म होने तक घोषणा पत्र नहीं. तो क्या अब ‘भाषण ही शासन’ है?

इससे पहले राहुल गांधी एक-एक कर प्रधानमंत्री मोदी से 10 सवाल पूछ चुके हैं. राहुने ने अपने सवालों में गुजरात में शिक्षा, रोजगार, महिला सुरक्षा जैसे अहम मुद्दों के उठाया है. राहुल ने पहला सवाल करते हुए प्रधानमंत्री मोदी को गुजरात के गरीब-बेघरों को घर देने के वादे की याद दिलाई थी.

क्या हैं अभी तक के 10 सवाल
कहां गए 55 हजार करोड़ (दसवां सवाल)
राहुल ने 10वां सवाल करते हुए बीजेपी पर आदिवासियों की जमीन छीनने का आरोप लगाया था. राहुल ने पूछा था कि जंगल पर अधिकार अटके पड़े हैं, लाखों जमीन के पट्टे अटके हुए है, इससे न जनता को स्कूल मिला और न बेघरों को अस्पताल मिल पाया है. राहुल ने आरोप लगया कि युवा को रोजगार नहीं और आदिवासी समाज पलायान कर रहा है. पीएम मोदी की वनबंधु योजना के 55 हजार करोड़ कहाँ गए?

कर्ज माफी पर घेरा (नौवां सवाल)
बता दें कि राहुल अभी तक नौ सवाल पूछ चुके हैं. गुरुवार को अपने नौवें सवाल में राहुल ने गुजरात में कर्ज माफी, फसल के दाम और फसल बीमा की राशि पर सवाल उठाए थे. राहुल ने ट्वीट किया, ”न की कर्ज़ माफ़ी, न दिया फसल का सही दाम, मिली नहीं फसल बीमा राशि, न हुआ ट्यूबवेल का इंतजाम, खेती पर गब्बर सिंह की मार, छीनी जमीन, अन्नदाता को किया बेकार, PM साहब बतायें, खेडुत के साथ क्यों इतना सौतेला व्यवहार?”

उठाया कुपोषण का मुद्दा (आठवां सवाल)
राहुल ने बुधवार को PM से गुजरात में कुपोषण के मुद्दों पर सवाल दागा था. राहुल ने ट्वीट किया, प्रधानमंत्रीजी-8वां सवाल: 39% बच्चे कुपोषण से बेज़ार हर 1000 में 33 नवजात मौत के शिकार चिकित्सा के बढ़ते हुए भाव डाक्टरों का घोर अभाव भुज में ‘मित्र’ को 99 साल के लिए दिया सरकारी अस्पताल क्या यही है आपके स्वास्थ्य प्रबंध का कमाल?

महंगाई पर भी घेरा (सातवां सवाल)
राहुल गांधी का 7वां सवाल महंगाई के मुद्दे पर था. उन्होंने कहा था कि ‘जुमलों की बेवफाई मार गई, नोटबंदी की लुटाई मार गई, GST सारी कमाई मार गई, बाकी कुछ बचा तो महंगाई मार गई. बढ़ते दामों से जीना दुश्वार बस अमीरों की होगी भाजपा सरकार?’

वेतन आयोग पर सवाल (छठा सवाल)
राहुल गांधी अभी तक कुल छ: सवाल पूछ चुके हैं. छठा सवाल पूछते हुए वेतन आयोग पगार पर सवाल उठाए. राहुल ने अपने ट्वीट में पूछा कि ”भाजपा की दोहरी मार एक तरफ युवा बेरोजगार दूसरी तरफ़ लाखों फिक्स पगार और कांट्रैक्ट कर्मचारी बेज़ार 7वें वेतन आयोग में ₹18000 मासिक होने के बावजूद फिक्स और कांट्रैक्ट पगार ₹5500 और ₹10000 क्यों? ‘

महिला सुरक्षा पर पूछा प्रश्न (पांचवा सवाल)
राहुल ने रविवार को ट्विटर पर 5वां सवाल करते हुए गुजरात में महिलाओं की सुरक्षा, शिक्षा और स्वास्थ्य का मामला उठाया था. राहुल ने पीएम मोदी से सवाल करते हुए 22 साल तक गुजरात में सत्ता संभालने वाली बीजेपी को निशाने पर लिया था.

राहुल ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘न सुरक्षा, न शिक्षा, न पोषण, महिलाओं को मिला तो सिर्फ़ शोषण, आंगनवाड़ी वर्कर और आशा, सबको दी बस निराशा, गुजरात की बहनों से किया सिर्फ़ वादा, पूरा करने का कभी नहीं था इरादा’. ने इस सवाल के साथ राहुल ने हैशटेग गुजरात मांगे जवाब भी लिखा है.

शिक्षा पर मांगा जवाब (चौथा सवाल )
गुजरात_मांगे_जवाब के साथ राहुल गांधी ने सुबह अपना चौथा सवाल ट्वीट किया. इस ट्वीट में उन्होंने ‘प्रधानमंत्रीजी- चौथा सवाल’ शीर्षक के साथ लिखा, ‘सरकारी स्कूल-कॉलेज की कीमत पर, किया शिक्षा का व्यापार, महँगी फीस से पड़ी हर छात्र पर मार, New India का सपना कैसे होगा साकार?’

बिजली आपूर्ति पर तंज (तीसरा सवाल)
राहुल का तीसरा सवाल गुजरात में बिजली आपूर्ति से जुड़ा हुआ है. राहुल ने ट्वीट कर मोदी से पूछा कि 2002-16 के बीच 62 हजार 549 करोड़ की बिजली खरीद कर 4 निजी कंपनियों की जेब क्यों भरी? साथ ही राहुल गांधी ने गुजरात सरकार पर सरकारी बिजली कारखानों की क्षमता घटाने का आरोप लगाया है. राहुल ने कहा कि सरकारी बिजली कारखानों की क्षमता 62 प्रतिशत घटाई लेकिन निजी कंपनी से 3 रुपये प्रति यूनिट की बिजली 24 रुपये में क्यों खरीदी?

कर्ज पर साधा निशाना (दूसरा सवाल)
राहुल का दूसरा सवाल था कि 1995 में गुजरात पर 9,183 करोड़ रुपये का कर्ज था और 2017 में गुजरात पर 2,41,000 करोड़ का कर्ज है. यानी हर गुजराती पर 37 हजार रुपये का कर्ज है. इन आंकड़ों को सामने रखते हुए राहुल गांधी ने पूछा है कि नरेंद्र मोदी के वित्तीय कुप्रबंधन और पब्लिसिटी की सजा गुजरात की जनता क्यों चुकाए?

गरीबों को आवास (पहला सवाल)
राहुल ने 29 नवंबर को अपने सवालों का सिलसिला शुरू किया था. कांग्रेस उपाध्यक्ष ने ट्वीट करते हुए पहला सवाल पूछा, ’22 सालों का हिसाब, गुजरात मांगे जवाब, गुजरात के हालात पर प्रधानमंत्रीजी से पहला सवाल: 2012 में वादा किया कि 50 लाख नए घर देंगे, 5 साल में बनाए 4.72 लाख घर. प्रधानमंत्रीजी बताइए कि क्या ये वादा पूरा होने में 45 साल और लगेंगे’. राहुल गांधी पिछले चुनाव में बीजेपी की ओर से किए गए चुनावी वादों की याद दिला रहे हैं.