May 5, 2024

मलेरिया, डेंगू के खात्मे के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह मुस्तैद: डा. ब्रह्मदीप

Palwal/Alive News: सिविल सर्जन डा. ब्रह्मदीप ने बताया कि बारिश होने बाद मच्छर से फैलने वाली बीमारियों का प्रकोप बढ़ जाता है, क्योकि बारिश का पानी जहां भी जमा हो जाता है। वहां पर मलेरिया व डेंगू फैलाने वाले मच्छर अंडे देना शुरू कर देते है, जिससे मच्छरों की ज्यादा बढ़ोतरी हो जाती है और बीमारी फैलने की आशंका भी बढ़ जाती है। इसलिए समुदाय में लोग अपने घरो व दफ्तरों के आस-पास पानी एकत्रित न होने दें। अगर पानी के निकास की सुविधा न हो तो उसमे काला तेल डाल दें, जिससे मच्छर के लार्वा व अंडे समाप्त हो जाएं।

उन्होंने बताया कि वर्ष 2020 की तुलना में मलेरिया व डेंगू के मामलो में काफी कमी आई है। इसके लिए स्वस्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर पानी के स्त्रोतों की लगातार जांच कर रही है, जिसमे अब तक लोगो को जागरूक करने के साथ-साथ बुखार आने पर कोविड-19 की जांच करवाने के लिए प्रेरित कर रही है। जिला मे अर्बन मलेरिया विभाग कि टीम डेंगू व मलेरिया से बचाव के लिए लगातार कार्यरत हैं। अब तक 2021 में डेंगू का किसी भी प्रकार का कोई भी मामला नही है। फिर भी जिला का स्वास्थ्य विभाग डेंगू को लेकर पूरी तरह से मुस्तैदी के साथ अपने कार्य मे लगा हुआ है।

जिला में डेंगू के लार्वा की जांच के लिए पिछले महीने तक 11767 से ज्यादा घरो में जांच की जा चुकी है, जिनमें घरो के कूलर, टंकी, हौदियो, फ्रिज की जांच की जा चुकी है, जिन घरो मे लार्वा मिला है, उनको साफ- सफाई सम्बन्धी लार्वा को हटाने के लिए चेतावनी देते हुए 71 घरो में नोटिस दिए जा चुके हैं और अगर भविष्य मे इन घरो मे दोबारा लार्वा मिलता है या पाया जाता है तो इनका चालान भी किया जा सकता है।

पलवल शहर के सभी 32 वार्ड मे नगर परिषद के साथ मिलकर फोगिंग करवाई गई है तथा कुछ कॉलोनी में जहां पर मलेरिया व डेंगू के ज्यादा मामले आते है, उन सभी मे दोबारा से फोगिंग की एक्टिविटीज करवा दी गई है। जिले मे डेंगू संभावित क्षेत्रो की सूची तैयार कर ली गई है, जिनमें स्वास्थ्य विभाग की टीमो द्वारा एंटी लार्वा संबंधित जरूरी एक्टिविटीज करवाकर एक सघन कार्यक्रम चलाया जा रहा है। पानी ठहरेगा जहां मच्छर पनपेगा वहां।