March 29, 2024

कोरोना नियमों के साथ प्राइवेट स्कूलों में होगी अब एंट्री, ‘नो मास्क- नो एंट्री’


Faridabad/Alive News: एनसीआर में इन दिनों कोरोना के मामलों में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। जिले के स्कूल संचालक कोरोना के नियमों की पालना करते हुए बच्चों को स्कूलों में एंट्री दे रहे हैं। स्कूल में आने वाली सभी बच्चों के लिए मास्क लगाना अनिवार्य किया गया है वही एंट्री गेट पर बच्चों का तापमान चेक किया जा रहा है। सैनिटाइजर की भी व्यवस्था की गई है, इतना ही नहीं यदि किसी बच्चे के पास मास्क नहीं है तो स्कूल प्रबंधन की ओर से बच्चों को मास्क भी दिया जा रहा है।

निजी स्कूल संचालकों का कहना है कि अपने स्तर पर बच्चों के बचाव के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। यदि भविष्य में कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी होती है तो सरकार द्वारा जारी हिदायतों का पूर्ण रुप से पालन किया जाएगा। स्कूल संचालकों का कहना है कि स्कूल टाइम में यदि किसी बच्चे की तबीयत खराब होती है तो बच्चे के अभिभावक को तुरंत सूचित किया जाता है। वहीं स्थिति के अनुसार फर्स्ट एड भी दिया जाता है। यदि किसी बच्चे की तबीयत ज्यादा खराब है तो अभिभावकों से उसे घर पर ही रखने की अपील की जा रही है वहीं कुछ स्कूलों में बीमार बच्चों की पढ़ाई को ध्यान में रखते हुए स्कूल में पढ़ाए गए टॉपिक्स का पीडीएफ बच्चों को शेयर की जा रही है।

क्या कहना है प्रिंसिपल का

सरकार द्वारा पहले जारी की गई एसओपी के अनुसार बच्चों को स्कूलों में एंट्री दी जा रही है। बच्चे सुबह स्कूल पहुंचते हैं उनका मास्क तथा तापमान चेक किया जाता है। इसके बाद हाथों को सैनिटाइज करवाया जाता है। क्लासेज में बच्चों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बैठाया जा रहा है। स्कूलों में इस समय किसी भी प्रकार की गैदरिंग नहीं होने दी जा रही। यदि किसी बच्चे की तबीयत खराब होती है तो बच्चे के अभिभावकों से बच्चे को स्कूल न भेजने की अपील की जाती है और यदि किसी बच्चे की तबीयत स्कूल के समय में खराब होती है तो तुरंत अभिभावकों को सूचित किया जाता है। बच्चे के बीमार होने की स्थिति में पढ़ाये जाने वाले टॉपिक की पीडीएफ शेयर कर दी जाती हैं।
-विक्रम सिंह राठौर, प्रिंसिपल, सीनियर श्रीराम मॉडल स्कूल।

स्कूल में कोविड के नियमों का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है। बच्चों को अपना अलग लंच और बोतल लाने के आदेश दिए गए हैं। क्लासेज में भी सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बिठाया जा रहा है। यदि किसी बच्चे की तबीयत खराब होती है तो अभिभावकों से उसे स्कूल ना भेजने की अपील की जाती है। बच्चें के ठीक होने के बाद एक्स्ट्रा क्लासेस से उसका सिलेबस कवर किया जायेगा। स्कूलों के लिए एक साथ ऑनलाइन और ऑफलाइन क्लासेस चलाना मुश्किल है।
-कादंबरी झा, प्रिंसिपल, मॉडर्न पब्लिक स्कूल, सेक्टर 37।

स्कूल में कोरोना के नियमों का पालन किया जा रहा हैं। स्कूल प्रबंधन तो सैनिटाइजर उपलब्ध करा ही रहा है। बच्चों से अपील की जा रही है कि वह अपना पर्सनल सैनिटाइजर अपने पास रखे। अपना लंच किसी से शेयर ना करे। ऑनलाइन क्लासी को लेकर अभी तक कोई आदेश नहीं है। यदि सरकार ऐसा कोई आदेश पारित करती है तो जरूर पालन किया जाएगा। अभी यदि किसी बच्चे की तबियत खराब है अभिभावकों से उसे घर पर ही रखने की अपील की जा रही है।
-ज्योति दहिया, प्रिंसिपल, डीएवी पब्लिक स्कूल, एनएच-3