November 16, 2024

स्मार्ट सड़क पर कूड़े का ढेर, सेक्टर के लोगों का दुर्गन्ध से बुरा हाल

Faridabad/Alive News: फरीदाबाद नगर निगम ने पर्यावरण को स्वच्छ रखने के उद्देश्य से गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग करके उठान का प्लान तैयार किया था। लेकिन इको ग्रीन कंपनी कर्मचारियों की लापरवाही और निगम कर्मचारियों की हड़ताल के कारण ओल्ड फरीदाबाद चौक से बाईपास को जोड़ने वाली स्मार्ट सड़क पर पिछले कई माह से जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हुए हैं। वही लोगों का आरोप है कि शहर को साफ सुथरा रखने और सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट का काम देखने वाले नगर निगम अधिकारियों से जब इसकी शिकायत की जाती है तो अधिकारी एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डालकर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं।

स्मार्ट सड़क पर आवारा पशुओं का जमावड़ा
ओल्ड फरीदाबाद चौक से सेक्टर 18 को जोड़ने वाली स्मार्ट सड़क पर पड़े कुडे के डेर पर आवारा पशुओं का जमावड़ा लगा रहता है। जिसके कारण सड़क पर यातायात प्रभावित रहता है और हमेशा जाम लगा रहता है। यही नहीं जहां-तहां घूमते आवारा जानवर लोगों के लिए सिरदर्द बने हुए हैं और सेक्टर के अंदर भी इनका आतंक रहता है। वहीं, दूसरी तरफ नगर निगम अधिकारी लोगों की समस्या का समाधान करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहे है।

इन क्षेत्रों को जोड़ती है स्मार्ट सड़क
नेशनल हाइवे पर ओल्ड फरीदाबाद चौक से लेकर बाईपास को कनेक्ट करने वाली मुख्य सड़क के आसपास सेक्टर-16, 15, 18, 19, 14 और बाईपास को जोड़ती हैं। इस रोड पर ही ओल्ड सब्जी मंडी भी है। करीब 3 किमी लंबे इस मार्ग पर दोनों तरफ वाहनों की अवैध पार्किंग रहती है। इसके अलावा इसी मार्क पर कूड़े का ढेर और आवारा पशुओं का राज भी रहता है। जिसके कारण अन्य वाहन चालकों का इस मार्ग से निकलना बेहद मुश्किल हो जाता है और पूरे दिन लोगों को भारी जाम से जूझना पड़ता है।

क्या कहना है स्थानीय लोगों का
यहां पर इकोग्रीन की गाड़ी आने के बाद भी कूड़े का ढेर लगा रहता है जिसके कारण आसपास रहने वाले लोगों को सबसे ज्यादा दिक्कत होती है। कुड़े की बदबू और मच्छरों के कारण लोगों का घर में रहना भी दुश्वार हो गया है। कई बार शिकायत दी लेकिन नगर निगम द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई।
-के. सी ढींगरा, स्थानीय सेक्टर-18 निवासी।

पिछले 4 सालों से स्मार्ट सड़क का बेहद बुरा हाल है। राहगीर अपनी कॉलोनी, सेक्टरों से कूड़ा लेकर यहा डालते है और बाकी रही-सही कसर कूड़ा उठाने वाले रेहड़ी चालक यहां पर कूड़ा डाल कर चले जाते हैं। उन्होंने इस जगह को कूड़ा डंपिंग यार्ड बना दिया है। कूड़ा डंपिंग यार्ड बनने से आवारा पशुओं का जमावड़ा भी सड़क पर लगा रहता है जिसके कारण यातायात प्रभावित रहता है।
भूपेश पराशर, स्थानीय सेक्टर-18 निवासी।

क्या कहना है निगम अधिकारी का
नगर निगम समय-समय पर इस सड़क से कूड़ा उठता रहता है। लेकिन यहां के रहने वाले लोग हर रोज रात में फिर से कूड़े डाल देते हैं जिसके कारण आवारा पशु भी खाने की तलाश में ढेर में घुसे रहते हैं। हमारी ओर से कूड़ा दिन में दो से तीन बार उठाया जाता है। लोगों में जागरूकता की बेहद कमी है।
प्रमोद कुमार, सेनेटरी इंस्पेक्टर गर निगम।