New Delhi/ Alive News: पश्चिम त्रिपुरा के जिलाधिकारी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, जिसमें वो एक शादी हॉल पर छापेमारी कर रहे हैं, जहां कोरोना के नियमों की अनदेखी की जा रही है। इस वीडियो में जिलाधिकारी शैलेश यादव काफी गुस्से में नजर आ रहे हैं और हॉल में मौजूद पुलिसकर्मियों को डांट लगा रहे हैं। हालांकि वीडियो के वायरल होने और मुख्यमंत्री की दखलअंदाजी के बाद डीएम को सस्पेंड कर दिया गया है।
दरअसल, वीडियो में जिलाधिकारी ने पुलिसकर्मियों को निर्देश दिए कि वो दुल्हा और दुल्हन के समेत पूरी भीड़ को हॉल से बाहर निकाले और सभी लोगों को गिरफ्तार करने की भी बात कही। जानकारी के मुताबिक डीएम शैलेश यादव ने कहा कि इन लोगों के खिलाफ नाइट कर्फ्यू और महामारी आपदा कानून के तहत मामला दर्ज होना चाहिए।
यही नहीं डीएम यादव ने वहां मौजूद पुलिसकर्मियों पर आरोप लगाया कि वो प्रशासन को सहयोग नहीं दे रहे हैं। वीडियो में शैलेश यादव यह कहते हुए नजर आते हैं कि वो सरकार से पूर्व अगरतला पुलिस स्टेशन के प्रभारी की शिकायत करेंगे और उन्हें निलंबित करने की सिफारिश करेंगे।
जिलाधिकारी ने मांगी माफी
सोशल मीडिया पर तेजी से वीडियो के वायरल होने के बाद लोगों ने जिलाधिकारी के रवैये के खिलाफ सवाल उठाने शुरू कर दिए। यूजर्स ने इस वीडियो पर कमेंट करते हुए जिलाधिकारी के रवैये की निंदा की और कहा कि प्रशासन को सिर्फ आम लोग ही दिखते हैं कार्रवाई के लिए, नेता नहीं।
इधर मंगलवार को जिलाधिकारी शैलेश यादव ने शादी रुकवाने के लिए माफी मांग ली है और कहा कि उनका उद्देश्य किसी की भावना को आहत करना नहीं था। वहीं मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देव ने मुख्य सचिव मनोज कुमार से घटना को लेकर रिपोर्ट तलब करने को कहा है।
दुल्हन के रिश्तेदारों से मिलने जाएंगी भाजपा सांसद
जानकारी के मुताबिक पश्चिम त्रिपुरा की सांसद और भाजपा नेता प्रतिमा भौमिक ने कहा कि वो दुल्हन के रिश्तेदारों से मिलने जाएंगी और उनसे घटना के बारे में पूर्ण जानकारी लेंगी।