Faridabad/Alive News: ओल्ड फरीदाबाद स्थित महिला आईटीआई की प्रधानाचार्य संतोष कुमारी ने बताया कि आज महिला आईटीआई में संविधान दिवस मनाया गया जिसमें देश के सुप्रसिद्ध शिक्षाविद् समाजशास्त्री दार्शनिक प्रोफेसर एमपी सिंह मुख्य वक्ता और मुख्य अतिथि बतौर उपस्थित रहे।
इस अवसर पर डॉ एमपी सिंह ने कहा कि संविधान सभा द्वारा संविधान को अपनाने के 75 वर्ष पूरे होने पर केंद्र सरकार और राज्य सरकारें तरह-तरह के कार्यक्रम आयोजित कर रही है। जिला स्तर, प्रदेश स्तर और राष्ट्रीय स्तर पर संविधान दिवस मनाया जा रहा है। डॉ एमपी सिंह ने बताया कि भारत का संविधान 26 नवंबर 1949 को बनकर तैयार हो गया था लेकिन 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ था।
संवैधानिक मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने 19 नवंबर 2015 को घोषणा की थी कि हर वर्ष 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाया जाएगा। नागरिकों के अधिकार और कर्तव्य भी इसी में निहित है। उन्होंने आज आधुनिक भारत का सपना देखने वाले बाबा साहब भीमराव अंबेडकर और सभा के सभी सदस्यों को नमन करता हूं । यह देश और दुनिया का सबसे बड़ा लिखित ग्रंथ है। यह हर जाति, धर्म का मान है और हमारे सपनों का सम्मान है संविधान में भारत की आत्मा निहित है। यह भारत की शान है।
इस अवसर पर रोजगार कार्यालय से डॉ नेहा, डिजिटल मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड से श्रीमती बरखा, पी इम्पो एक्सपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड से श्रीमती नीरा, ध्रुव ग्लोबल लिमिटेड से राकेश, सीएससी फरीदाबाद के फाउंडर वीएन जटवानी, एचएसबीपी से प्रेम प्रकाश, मां भगवती एक्सपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड से कपिल, शिवालिक डिजाइन से रजनीश, आईटीआई से श्रीमती योगिता सिंह, मेघराज, संतोष, श्वेता मल्होत्रा मुख्य रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम के संयोजक ग्रुप इंस्ट्रक्टर नरेश कुमार की भूमिका सराहनीय रही।