Faridabad/Alive News: महाराजा अग्रसेन विवाह समिति का 23वां दो दिवसीय सर्वजातीय परिचय सम्मेलन बड़ी धूमधाम सम्पन्न हुआ। प्रधान ब्रह्म प्रकाश गोयल ने बताया कि एनसीआर से लगभग 1500 युवक-युवतियों ने रजिस्ट्रेशन कराया। जिसमें डॉक्टर, इंजीनियर, टीचर, व्यापारी व नौकरी करने वाले युवक-युवतियों का परिचय कराया गया। परिचय सम्मेलन के पहले दिन 47 जोड़ों तथा आज दूसरे दिन 42 जोड़ों ने आपस में विवाह करने की सहमति जताई। दो दिनों में कुल 89 जोड़ो विवाह बंधन के लिए सहमत हुए। वहीं सम्मेलन में डॉक्टर, इंजीनियर, अन्य कई प्रकार की प्रोफेशनल डिग्री वाले युवक एवं युवतियां, टीचर, व्यापारी, अपाहिज, विधवा, तलाकशुदा, पढ़े-लिखे, विकलांग व अनपढ़, नौकरी करने वाले युवक-युवतियों ने अपना परिचय देकर अपने जीवनसाथी को चुनने की गुजारिश की।
प्रधान ब्रह्मप्रकाश गोयल ने आए हुए सभी अतिथियों परम सानिध्य मास्टर दुलीचंद अग्रवाल, संत गोपाल गुप्ता, मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ कांग्रेसी नेता लखन सिंगला, समारोह अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा बबली, विशिष्ट अतिथि शेर सिंह ठाकुर, एडवोकेट संदीप सेठी पूर्व अध्यक्ष जिला अध्यक्ष जिला टैक्स बार एसोसिएशन, अरूण मिश्रा, मनोज अग्रवाल, रमेश चंद्र गर्ग, अनिल रतन लाल गर्ग, संदीप गोयल, सुनील अग्रवाल, प्रवेश बंसल, डी के गोयल, ए के गोयल, नितिन सिंगला, विनोद भाटी, रोहित सिंगला, देवेंद्र गोयल, नरेश अग्रवाल, भोला ठाकुर, विवेक गुप्ता, उज्जवल गर्ग, विनेश अग्रवाल शैलेंद्र कुमार गर्ग, बी आर सिंगला, जीडी खुराना, सुगम गुप्ता, प्रदीप गुप्ता, राजवती आदि का फूल-मालाओं व स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया गया। मंच संचालन ब्रह्मप्रकाश गोयल, भुवनेश्वर अग्रवाल, संजीव कुशवाहा व पवन गर्ग ने किया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में संरक्षक अनिल गुप्ता, राजीव गोयल, प्रधान डा. ब्रहम प्रकाश गोयल, कोषाध्यक्ष मनोहर लाल सिंघलए वरिष्ठ उपाध्यक्ष इंद्रपाल गर्ग, बलराज गुप्ता, लक्ष्मी नारायण, महासचिव भुवनेश्वर अग्रवाल, संजीव कुशवाहा, उप प्रधान गिरीश मित्तल, गौरव अग्रवाल, एडवोकेट आर के गौड़, विनीत गर्ग, रज्जी गुप्ता, लोकेश गर्ग, अजय गर्ग, बी.के. अग्रवाल, विजय बंसल, जीडी गोयल, अशोक प्रधान, सचिव प्रवीण अग्रवाल, बालकिशन मंगला, कन्हेया लाल गर्ग, एडवोकेट प्रमोद गोयल, प्रहलादराम, सतपाल गुप्ता, मनोज कंसल, हेतराम कर्दम, मनीष शर्मा, पवन गर्ग, गौरव गुप्ता, रामपाल, रजत गोयल आदि का अहम योगदान रहा। अन्य राज्यों से आए हुए युवक-युवती व उनके परिवार वालों को धर्मशाला में रूकने व उनके भोजन की संपूर्ण व्यवस्था समिति द्वारा करवाई गई। ये सर्वजातीय परिचय सम्मेलन दहेज प्रथा को खत्म करने के लिए एक सराहनीय कदम है।