May 19, 2024

सोसाइटियों की लिफ्ट में 45 मिनट तक फंसा रहा 11 साल का बच्चा, मेंटेनेंस टीम पर जमकर बरसे अभिभावक

New Delhi/Alive News : सोसाइटियों में लिफ्ट का अटकना आम बात हो गई है। ऐसा ही एक हादसा मंगलवार की रात को ग्रेनो वेस्ट की पैरामाउंट इमोशंस सोसाइटी के टावर-एस की लिफ्ट में घटा। जब 11 साल का बच्चा लगभग 45 मिनट तक अंदर लिफ्ट में फंसा रहा। जिसके बाद देर रात सोसाइटी के लोगों ने जमकर हंगामा किया। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने लोगों को शांत कराया और बच्चे को बाहर निकाला।

दरअसल, यह मामला ग्रेटर नोयडा का बताया जा रहा है। बच्चा अपने दोस्त के फ्लैट से नीचे जा रहा था। तभी अचानक लिफ्ट बंद हो गई। काफी देर इधर-उधर तलाश करने के बाद परिजनों का ध्यान लिफ्ट पर गया तो बच्चा अंदर मिला। अजय अपने परिवार के साथ सोसाइटी के टावर यू की छठीं मंजिल पर रहते हैं। मंगलवार की रात उनका 11 साल का बेटा अपने दोस्त के पास गया था। दोस्त टावर-एस के 16वीं मंजिल पर रहता है। पिता ने बताया कि रात करीब 11 बजे बेटे के दोस्त के पिता के पास फोन किया तो पता चला कि वह निकल गया है और पांच मिनट में आ जाएगा, लेकिन 15 मिनट बाद भी वह नहीं पहुंचा। चिंता होने पर वह बेटे को तलाश करने बाहर निकले। पूरी सोसाइटी में तलाश किया, लेकिन कहीं नहीं मिला।

उन्होंने बताया कि आखिर में टावर एस में बेटे के दोस्त के घर पहुंचा तो उन्होंने बताया कि बेटे को लिफ्ट में बैठा दिया था। उसके बाद लिफ्ट देखी तो वह 15वें व 16वें फ्लोर के बीच में अटकी थी। लिफ्ट के पास जाकर देखा तो बेटा उसके अंदर फंसा हुआ था। उसके बाद सोसाइटी की मेंटेनेंस टीम को सूचना दी गई। करीब 45 मिनट बाद बेटे को लिफ्ट के अंदर से बाहर निकला गया।

मेंटेनेंस टीम पर बरसे अभिभावक
बच्चा मिलने के बाद अभिभावक अन्य निवासियों के साथ मुख्य गेट पर सुरक्षाकर्मियों के पास पहुंचे। आरोप है कि लिफ्ट में कैमरा लगा है। उसकी फुटेज गार्ड रूम में चलती रहती है। साथ ही अलार्म भी बजाया गया था, लेकिन गेट पर तैनात सुरक्षाकर्मी कानों में ईयर फोन लगाकर बैठा हुआ था। इस कारण उसने अलार्म की आवाज नहीं सुनी और ना ही सीसीटीवी फुटेज देखी। इस बात को लेकर सुरक्षाकर्मियों के साथ काफी कहासुनी भी हुई।