April 25, 2024

यूपी चुनावः लखनऊ में सड़क पर उतरीं अपर्णा यादव, बोली-बहू और बेट‍ियां भाजपा में सुरक्ष‍ित

Uttar Pradesh/Alive News: भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के बाद मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव, रायबरेली सदर विधायक अदिति सिंह, कांग्रेस की पोस्टर गर्ल प्रियंका मौर्य ने केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और महापौर संयुक्ता भाटिया के साथ लालबाग में भाजपा के लिए वोट मांगा। यूपी विधान सभा चुनाव में प्रचार के लिए भारतीय जनता पार्टी की महिला बिग्रेड भी रव‍िवार को मैदान में उतर गई है।

इस दौरान उन्‍होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आद‍ित्‍यनाथ सरकार की उपलब्‍ध‍ियों के बारे में जानकारी दी। कुछ द‍िनों पूर्व ही भाजपा में शाम‍िल हुईं मुलायम स‍िंह यादव की बहू अपर्णा यादव ब‍िष्‍ट ने कहा क‍ि इस डोर टू डोर अभियान के तहत मैं लोगों से भाजपा को वोट करने की अपील करतीं हूं। उन्‍होंने कहा, बीजेपी सरकार में मां-बहन, बहू-बेट‍ियां सभी सुरक्षित महसूस करते हैं। मैं लोगों से अपील करना चाहती हूं ‘एक बार फिर से बीजेपी सरकार बनिए। 2022 में केसरिया लहरिए।

रायबरेली सदर सीट से बीजेपी की प्रत्याशी अदिति सिंह ने कहा कि मैंने कुछ समय पहले बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की है और अब मैं रायबरेली सदर सीट से चुनाव लड़ने जा रही हूं। बीजेपी की जो योजनाएं हैं चाहे वो उज्ज्वला योजना हो, इज्जतघर बने हों या राशन की बात हो, इससे पहले कभी इतनी ज्यादा योजनाएं महिलाओं को ध्यान में रखकर नहीं बनाई गईं।

योगी सरकार में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित हुई है। महिलाओं के खाते में सीधे पैसा पहुंचाया गया, पेंशन दी गई और श्रम कार्ड योजना में भी पैसे सीधे उनके खाते में जा रहे हैं। इस सरकार ने महिलाओं को एक अलग सम्मान दिया है। एक महिला होने के नाते मैं खुद पीएम मोदी और सीएम योगी का धन्यवाद करना चाहती हूं।

प्रचार के दौरान अनुराग ठाकुर समाजवादी पार्टी पर जमकर बरसे। कहा, क‍ि जो कहते हैं नई सपा हैं मैं कहूंगा ये वहीं सपा है, ज‍िससे सब खफा हैं। जनता खफा है और दस मार्च को अख‍िलेश कहेंगे ईवीएम बेवफा है। कहा, अख‍िलेश जी प्रेस कांफ्रेंस तो रोज करते हैं पर पहली के बाद दूसरी सूची अब तक नहीं जारी करा पाए क्‍योंक‍ि पहली सूची में जेल वाले थे या बेल वाले। सपा गठबंधन आज नजर नहीं आता क्‍योंक‍ि सपा की सूची में वह नाम हैं जो हर पुल‍िस चौकी और थाने में दर्ज हैं। जनता भूली नहीं है इसील‍िए छुपछुपकर नाम द‍िए जा रहे हैं।