April 25, 2024

जिला पलवल का लिंगानुपात हुआ 970 के पार : डा. ब्रहमदीप

Palwal/Alive News : सिविल सर्जन डा. ब्रह्मदीप ने बताया कि बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ केंद्र सरकार की कारगर योजना है। इस योजना के लागू होने के बाद समाज में बेटियों का सम्मान बढ़ा है। उन्होंने बताया कि भ्रूण हत्या के मामलों में कमी आई है। बीते साल की तुलना में इस वर्ष लिंगानुपात में बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की यह प्रभावी योजना गत वर्ष 2020 में 1000 लडक़ों के मुकाबले 911 लड़कियां थी और इस वर्ष 2021 जून माह में जिले की लिंगानुपात 970 के पार हो गई है, जो हर्ष का विषय है।

डा. ब्रह्मदीप ने लिंगानुपात में वृद्घि पर बल देते हुए कहा कि जिला पलवल में अल्ट्रासाउंड सैन्टरों का समय-समय पर निरीक्षण करने व फार्म-एफ की जांच की जाएगी। पंचायत विभाग के द्वारा गांव के लोगो को जागरूक किया जाएगा। उनके गांव के बाहर अंकित बोर्ड पर प्रत्येक तीन महीने के लिंगानुपात का विवरण बोर्ड पर लिखा जाएगा। जिससे गांव में लोगो मे लिंगानुपात में हो रही कमी के प्रति जागरूकता हो और अधिक लड़कियों वाले गांव को प्रोत्साहित किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला पलवल में लिंगानुपात सुधारने पर जोर दिया जा रहा।

सिविल सर्जन डा. ब्रह्मदीप ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग ने ग्राउंड लेवल पर अच्छा काम किया है। उन्होंने कहा कि आशा, आंगनवाडी से जुड़ी महिलाएं घर-घर जाकर महिलाओं को लिंग जांच इत्यादि के बारे में जागरूक करती हैं। जिले में अल्ट्रासाउंड मशीनों पर निगरानी रखी जाती है। भ्रूण हत्या रुके और समाज में बेटियों को लेकर सोच बदले बेटियों को अभिभावक बोझ नहीं समझे इसके लिए कोशिश जारी है।

आपको बता दे कि लिंगानुपात चिंता का विषय है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने हरियाणा से इस योजना की शुरूआत करने के पश्चात लिंगानुपात में लगातार सुधार हुआ है। हरियाणा में बेटी बचाने और पढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है तथा स्वास्थ्य विभाग पलवल अब इस योजना का और ज्यादा प्रचार-प्रसार करने की तैयारी में जुटा हुआ है।

उन्होंने बताया कि जिसके लिए जिला पलवल द्वारा वर्ष 2020 में अब तक पीएनडीटी 02 रेड और एमटीपी की 02 रेड की गई। इसी प्रकार वर्ष 2021 में पीएनडीटी की 04 रेड और एमटीपी की 02 रेड सफलतापूर्वक की गई। महिला शिक्षा और आर्थिक समृधि बढाने से लिंगानुपात में सुधार करने में मदद मिलती है। सरकार के बेटी बचाओ और बेटी पढाओ अभियान ने समाज में व्यवहार परिवर्तन लाने में उल्लेखीनय सफलता प्राप्त की है।