April 24, 2024

कोरोना आपदा के चलते गोवर्धन तहसील में लगने वाला मेला हुआ स्थगित

Faridabad/Alive News : जिलाधीश यशपाल ने बताया कि जिलाधीश मथुरा उत्तर प्रदेश द्वारा 20 जुलाई से 24 जुलाई तक आयोजित होने वाले मुडिया पूर्तो मेला को कोरोना आपदा के चलते स्थगित कर दिया गया है। अपने आदेशों में जिलाधिकारी मथुरा ने बताया कि इस वर्ष 20 जुलाई से 24 जुलाई तक लगने वाले गोवर्धन क्षेत्र के परम्परागत राजकीय मुडिया पूर्तो मेला के आयोजन ने जनहित के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए बाहर से आने वाली भीड़ को प्रतिबन्धित किया है और मेला का आयोजन निरस्त कर दिया है। उपायुक्त यशपाल ने जिला के सभी नागरिकों से अपील की है कि वह इस बार इस मेले में शामिल होने के लिए न जाए।

उपायुक्त यशपाल ने बताया कि जिलाधीश मथुरा द्वारा जारी आदेशों के अनुसार गोवर्धन क्षेत्र में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले परम्परागत “राजकीय मुडिया पूर्तो मेला’ जो आषाढ़ माह की एकादशी से पूर्णिमा तक तहसील गोवर्धन में आयोजित होता है। इस मेले में देश-विदेश के विभिन्न भागों से लाखों श्रद्धालु प्रतिवर्ष पूजा परिक्रमा करने आते हैं। वर्तमान में देश-विदेश में कोरोना महामारी के प्रकोप के कारण इस महामारी से मथुरा जनपद भी प्रभावित है। आपदा प्रबन्धन अधिनियम, 2005 एवं महामारी अधिनियम,1897 के प्रावधान वर्तमान में लागू हैं।

चिकित्सा अधीक्षक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गोवर्धव, क्षेत्राधिकारी गोवर्धन, उप-जिलाधिकारी गोवर्धन, सहायक मेला अधिकारी व अपर जिलाधिकारी ने उल्लेख किया गया है कि मुडिया पूर्तो मेला के आयोजन के सम्बन्ध में स्थानीय मंदिरों जैसे दानघाटी, मावसी गंगा, मुखारविन्द, जतीपुरा मुखारविन्द के सेवायतों रिसीवरों एवं इस मेले से सम्बन्धित मुख्य संतों एवं धर्माचार्यो से भी वार्ता की गयी है। सभी के द्वारा एक स्वर में कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस वर्ष मुडिया पूर्तो मेला निरस्त किये जाने का अनुरोध किया गया है। इसके अतिरिक्त 5 जुलाई को जिलाधिकारी व मेलाधिकारी की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें सम्बंधित साधु-संतों, जन प्रतिनिधि, व्यापार मंडल के पदाधिकारी आदि उपस्थित रहे।

बैठक में उपस्थित समस्त धर्माचार्यों, जन प्रतिनिधियों एवं गणमान्य व्यक्तियों द्वारा एक स्वर में मुडिया पूर्तो मेला को निरस्त करने की मांग की गई है। उल्लिखित है कि कन्टेनमेंट जोन को छोड़कर शेष स्थानों के धर्मस्थलों पर अन्दर परिसर में आकार को देखते हुए एक बार में एक स्थान पर 50 से अधिक श्रद्धालु के इकट्ठा होने की अनुमति नहीं है। उपायुक्त ने कहा कि पुलिस द्वारा व्यापक पैट्रोलिंग करते हुए यह सुनिश्चित किया जाये कि कहीं पर भीड़ एकत्रित न होने तथा उपरोक्त शर्तों की अनिवार्यता प्रभावी रूप से लागू की जाए।

कोई भी कार्यक्रम जिसमें भीड़ अथवा जुलूस होना हो या अग्रिम आदेशों तक पूरी तरह प्रतिबन्धित रहेंगे। ट्रैफिक संचालन की सुचारू रूप से व्यवस्था की जाए, ताकि कहीं जाम लगने की स्थिति उत्पन्न न हो।” चूंकि इस मेले में लाखों श्रद्धालु आते हैं, जिससे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन संभव नहीं हो पाएगा। मुडिया पूर्तो मेला में न सिर्फ आस-पास के जनपदों बल्कि विभिन्न प्रान्तों से लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं बल्कि मथुरा जनपद के अलावा राजस्थान प्रदेश का जनपद भरतपुर भी उक्त महामारी से प्रभावित है।

उल्लेखनीय है कि प्रश्नगत मेले के परिक्रमा मार्ग में जनपद भरतपुर का ढाई-तीन किलो मीटर का क्षेत्रफल पड़ता है और मुडिया पूर्तो मेला में भारी मात्रा में भीड़ एकत्रित होने पर सोशल डिरटेंसिंग का अनुपालन भी सम्भव नहीं हो सकेगा, जिससे महामारी के तीव्र गति से फैलने की सम्भावना से इन्कार नहीं किया जा सकता है, जो लोक स्वास्थ्य के हित में नहीं होगा।