May 3, 2024

छात्राओं ने विश्व स्मृति दिवस पर लोगों को सड़क दुर्घटनाओं के प्रति किया जागरूक

Faridabad/Alive News : राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचन्दा की अध्यक्षता में वर्ल्ड डे ऑफ रिमेंब्रेंस फार रोड ट्रैफिक विक्टिम पर सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड, जूनियर रेडक्रॉस और गाइड्स द्वारा आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में सड़क दुर्घटनाओं को लेकर सतर्कता बारे जागरूक किया गया। सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड और जूनियर रेडक्रॉस प्रभारी प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचन्दा ने कहा कि भारत में रोड ऐक्सिडेंट में विश्व में सबसे अधिक मौतें होती हैं और दुर्घटनाओं की संख्या को कम करने के लिए प्रयास भी किए जा रहे हैं सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए कार्यरत विभिन्न गैर सरकारी संगठनों द्वारा देश भर में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।

वर्ष 2016 में भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने गुड सेमेरिटन कानून के माध्यम से सुरक्षा के लिए दिए गए “कानून के बल” के साथ राज्य सरकारों और गैर सरकारी संगठनों ने इस बारे में सामान्यजन को शिक्षित करने के लिए और देश को दुर्घटना मुक्त राष्ट्र के रूप में बदलने के लिए ट्रैफिक जागरूकता अभियान जैसी विभिन्न गतिविधियों को वृहद स्तर पर कार्यान्वित किया। रचनात्मक रूप से प्राथमिक चिकित्सा का गोल्डन ऑवर प्रशिक्षण के साथ जागरूकता कार्यक्रम चलाए। इस गुड सेमेरिटन कानून के लिए लगातार महीनों में एक-एक करके वॉलिंटियर को प्रशिक्षित किया गया। प्राचार्य मनचंदा ने बताया कि नशे में वाहन न चलाएं। अपनी और दूसरों का जीवन बचाने के लिए आवश्यक है कि हेलमेट लगाएं और सीट बेल्ट का प्रयोग करें।

उन्होंने कहा कि ड्राइविंग लाइसेंस बनाते समय सजग रहें। ऐसे व्यक्ति का लाइसेंस न बनाया जाए जिसे नियमों का ज्ञान ही न हो। समाजसेवियों, स्कूलों के प्रबंधकों को आगे आकर जागरूकता बढ़ाने में सहयोग करना चाहिए। गाड़ी चलाते समय मोबाइल पर बात न करने की सलाह भी उन्होंने दी। ऐसा करने से ध्यान बंट जाता है और दुर्घटना हो जाती है।

हेलमेट, सीट बेल्ट, गाड़ी की गति पर नियंत्रण रखने, यातायात चिन्हों का ध्यान रखना भी आवश्यक है। रेलवे फाटक पर सावधानी पूर्वक वाहन निकालें। उन्होंने कहा कि सावधानी रखकर दुर्घटना को रोक सकते हैं। शिक्षण संस्थानों में भी अध्यापकों द्वारा बच्चों को यातायात नियमों के बारे में जागरूक किया जाता है। प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचन्दा और कॉर्डिनेटर गणित प्राध्यापिका डॉक्टर जसनीत कौर ने बालिकाओं साक्षी और भावना को पोस्टर के माध्यम से रोड सेफ्टी पर जागरूक करने के लिए प्रेरित करने के लिए आभार व्यक्त किया।