May 3, 2024

रोहतक : चौहरे हत्याकांड की गुत्थी सुलझी, इस वजह से आरोपी ने अपने ही परिवार के लोगों को उतारा मौत के घाट, पढ़िए

Chandigarh/Alive News : विजय नगर चौहरे हत्याकांड में पुलिस की जांच पूरी हो गई है। पुलिस जांच पर कई सवाल भी उठ रहे हैं। अभिषेक ने जिस दोस्त के लिए अपने परिवार वालों को मौत के घाट उतारा उसे साजिश की भनक तक नहीं लगी। कहीं वह अपने दोस्त को बचाना तो नहीं चाह रहा है। मिली जानकारी के अनुसार अभी तक हत्यारोपी के दोस्त कार्तिक के खिलाफ कोई सुबूत नहीं मिला हैं। उसके खिलाफ जांच चल रही है। अभी उसे क्लीनचिट नहीं दी गई है। सुबूत मिले तो उसे भी जरूर गिरफ्तार किया जाएगा। इसके अलावा पूछताछ में पुलिस को पता चला कि अभिषेक और उसके दोस्त के बीच समलैंगिक संबंध हैं। संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए आरोपी अपना लिंग परिवर्तन कराना चाहता था। इसके लिए उसने पिता से पैसे भी मांगे थे। इस पर पिता ने अभिषेक को जमकर डांटा और बेटे को रुपये भी देने से मना कर दिया। 

जानकारी के मुताबिक पिता से रुपये नहीं मिलने के कारण अभिषेक 20 दिनों से परेशान चल रहा था। उसने दिल्ली से अपने दोस्त को रोहतक बुलाया। इस दौरान दोनों शहर के एक होटल में दो दिन तक ठहरे रहे। इसके बाद अभिषेक ने रुपये न मिलने से नाराज होकर वारदात को अंजाम दे दिया। हत्या की वारदात को अंजाम देने के लिए अभिषेक ने घर में रखे अपने पिता के 32 बोर के अवैध रिवाल्वर का उपयोग किया था। पुलिस ने जांच में अवैध रिवाल्वर, आरोपी के कपड़े, जेवर व मोबाइल फोन जब्त कर लिया है। पुलिस की जांच पूरी हो गई है। सोमवार को आरोपी अभिषेक को अदालत में पेश किया जाएगा। 

पुलिस के मुताबिक वारदात के बाद आरोपी अभिषेक ने अपने पिता का सोने का कड़ा व मां का मंगलसूत्र निकाल लिया था, ताकि वारदात को लूट का रूप दिया जा सके। जल्दबाजी में आरोपी ने घर के दरवाजे बंद कर दिए और चाबी अपने साथ ले गया। इससे पुलिस का शक और गहरा गया। वह पूरे घर की चाबी ढूंढने के बजाय फरार होना चाहेगा, लेकिन इस केस में ऐसा नहीं था। पुलिस का मानना है कि अभिषेक को हथियारों के बारे पहले से समझ थी। पुलिस के हाथ कई पुराने फोटो लगे हैं, जिसमें वह अपने पिता के पास बैठकर हथियार हाथ में लिए हुए है। हत्या से पहले उसने ऑनलाइन वीडियो भी देखी थी, किस तरह हत्या की जा सकती है।  

अब साइंटिफिक सुबूतों पर केस टिका हुआ है, क्योंकि पुलिस के पास हत्याकांड का कोई चश्मदीद गवाह नहीं है। मुख्य तौर पर आरोपी अभिषेक का कुबूलनामा है। अगर वह अदालत में मुकर गया तो पुलिस को कहानी साबित करने में काफी दिक्कत आएगी।

सोनीपत जिले के गांव मदीना निवासी बबलू पहलवान विजय नगर में 20 साल से रह रहे थे। वह प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करते थे। 27 अगस्त को उनके साले प्रवीण ने शिकायत दी थी कि किसी ने उनके जीजा बबलू पहलवान, बहन बबली व मां रोशनी की गोली मारकर हत्या कर दी, जबकि भांजी नेहा उर्फ तमन्ना पीजीआई में दाखिल है। उसे भी सिर में गोली मारी गई है। बाद में नेहा ने भी दम तोड़ दिया था। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था। जांच के बाद पुलिस ने बबलू मलिक के बेटे 20 वर्षीय अभिषेक उर्फ मोनू को गिरफ्तार किया था। उसे अदालत में पेश कर पांच दिन के रिमांड पर लिया था। जानकारी के अनुसार अभिषेक अपने दोस्त कार्तिक के साथ रहना चाहता था। लिंग परिवर्तन कराने के लिए पिता से पैसे मांगे। पैसे देने से मना करने पर परिजनों की हत्या कर दी।