April 26, 2024

राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस पर अध्यापकों ने किया पौधारोपण

Faridabad/Alive News : राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय एनआईटी तीन में प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचन्दा की अध्यक्षता में राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस पर जूनियर रेडक्रॉस, गाइड्स और सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड द्वारा पौधारोपण किया गया। सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड और जूनियर रेडक्रॉस प्रभारी प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचन्दा ने कहा कि भारत में प्रत्येक वर्ष 2 दिसंबर को राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष 37वां राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस मनाया जा रहा है। भारत सहित सम्पूर्ण विश्व के लिए प्रदूषण एक बड़ी समस्या है। जिससे भारत ही नहीं बल्कि पूरा विश्व जूझ रहा है। इसे पर्यावरण प्रदूषण के रूप में जाना जाता है। हम प्रदूषण को किसी भी पदार्थ, चाहे ठोस, तरल या गैस या किसी भी प्रकार की ऊर्जा जैसे गर्मी, ध्वनि आदि के पर्यावरण में मिलाने के रूप में परिभाषित कर सकते हैं।

राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस 2 दिसंबर 1984 को भोपाल गैस त्रासदी में अपनी जान गंवाने वालों की स्मृति में मनाया जाता है। प्राचार्य मनचंदा ने बताया कि ऐसे बहुत से कारक हैं जो प्रदूषण पैदा करने के लिए उत्तरदायी हैं सड़कों पर दौड़ते वाहन, बम विस्फोट, उद्योगों के माध्यम से गैसों का रिसाव आदि से प्रदूषण की समस्या दिन – प्रतिदिन- दिन बढ़ती जा रही है, हम यह नहीं भूल सकते कि भोपाल गैस त्रासदी जिसमें जहरीली गैस मिथाइल आइसोसाइनेट के रिसाव से विश्व में अब तक हुई सबसे भीषण त्रासदी है। प्रदूषण के संबंध में लोगों को ज्ञान देना भी आवश्यक है ताकि एक बेहतर और स्वच्छ वातावरण का निर्माण किया जा सके।

भारत सरकार ने प्रदूषण नियंत्रण के लिए बहुत कानून बनाए है जैसे संपूर्ण एन सी आर में सड़क पर चलने वाले वाहनों को कम करना, ऑड और ईवन लागू करना, सड़कों पर पानी का छिड़काव करना, वृहद स्तर पर पौधरोपण करना एवं पराली जलाने पर प्रतिबंध आदि । राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड अर्थात एनपीसीबी मुख्य शासी निकाय है, जो नियमित रूप से उद्योगों पर यह जानने के लिए जांच करता है कि वे पर्यावरण नियमों का पालन कर रहे हैं या नहीं। इस अवसर पर प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचन्दा, मौलिक मुख्याध्यापिका पूनम, अंग्रेजी अध्यापिका अंशुल, अध्यापिका मंजु बाला, संगीत अध्यापिका हेमलता और रामकृपाल ने राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस पर पौधरोपण करते हुए सभी से अधिक से अधिक पौधारोपण करने और पौधों को विकसित करने का दायित्व लेने की अपील की।