March 29, 2024

दलहनी फसलों की खेती से बढ़ाएं भूमि की उर्वरा शक्ति

Palwal/Alive News : जिला पलवल में अधिकतर किसानो द्वारा धान व गेहु का फसल चक्र अपनाया जा रहा है। जिस कारण से भूमि की उर्वरा शक्ति पर निरन्तर प्रभाव पड़ रहा है। धान की बिजाई करने वाले जिले के कुछ किसान धान की रूपाई से पहले मूंग की बिजाई करते है। जिससे उनको मूंग की पैदावार से अर्थिक लाभ प्राप्त होता है व बचे अवशेषो को भुमि मे मिलाने से हरी खाद प्राप्त होती है। जो आने वाली फसलो में बेहद लाभकारी होती है। इसी प्रकार किसानो द्वारा ढेंचा फसल की बिजाई भी हरी खाद के रूप में कि जाती है।

उपायुक्त नरेश नरवाल ने बताया कि दलहनी फसलों द्वारा कृषि भूमि की उर्वरा शक्ति के साथ-साथ किसानों की आमदनी बढ़ाने में योगदान को देखते हुए हरियाणा सरकार द्वारा बाजरा की फसल के एवज में दलहनी व तिलहनी फसलों को उगाने हेतू प्रोत्साहित करने हेतू कृषि विभाग के माध्यम से स्कीम चलाई जा रही है। जिसके तहत जिले के किसानो को बाजरा ना उगाकर मूंग अथवा अरहर की फसल उगाने पर 4000 रूपये प्रति एकड की राशि डीबीटी के माध्यम से किसानो के खाते में दी जाएगी। भारत सरकार द्वारा भी किसानो की आय दुगनी करने के उदेश्य के मध्यनजर इस वर्ष मूंग का एमएसपी 7275 रूपये प्रति किंवटल व अरहर का एमएसपी 6300 रूपये प्रति किंवटल तय किया है। किसान मेरी फसल मेरा ब्यौरा fasal.haryana.gov.in पर मेरी फसल मेरा ब्यौरा का पंजीकरण करते हुए कराते हुए स्कीम का लाभ ले सकते है।

उपायुक्त ने बताया कि अधिक जानकारी के लिए सम्बन्धित किसान अपने क्षेत्र के खण्ड कृषि अधिकारी कार्यालय में सम्पर्क करके स्कीम के अन्दर अपने आप को पंजीकृत करा कर भूमि की उर्वरकता शक्ति को बढाते हुए अधिक पैदावार लेने में महत्वपूर्ण योगदान करे। इसके साथ-साथ उन्होने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये की कोविड-19 महामारी के दिशा-निर्देशों की पालना करते हुए विभाग के माध्यम से किसानों की पैदावार व आमदनी बढाने हेतू चलाई जा रही विभिन्न स्कीमो के प्रति किसानो को जागरूक करने हेतू आत्मा स्कीम के तहत विभिन्न गांवों में किसान प्रशिक्षण कैम्पों का आयोजन करे ताकि किसान विभागीय स्कीमों का अधिक से अधिक लाभ ले सकें।