April 27, 2024

आज होगी एसकेएम की अहम बैठक, किसान आंदोलन को लेकर लिए जाएंगे कई फैसले

Chandigarh/Alive News : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तीन कृषि कानून वापस लेने की घोषणा के बाद भी किसान अपनी पहले से तय रणनीति में बदलाव को तैयार नहीं हैं। संयुक्त किसान मोर्चा ने ऐलान किया था कि आंदोलन का एक साल पूरा होने पर 29 नवंबर से संसद सत्र शुरू होने के साथ दिल्ली कूच का सिलसिला शुरू किया जाएगा। मिली जानकारी के अनुसार इसके लिए टिकरी और गाजीपुर मोर्चे से रोजाना 500 किसानों का जत्था भेजे जाने पर भी सहमति बन चुकी थी। किसान अपने इस निर्णय पर अब भी कायम हैं। इसके अलावा भी कई अहम निर्णय रविवार को सिंघू बॉर्डर पर होने वाली संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में किए जाएंगे।

जानकारी के अनुसार शनिवार को हरियाणा के सोनीपत जिले के कुंडली बॉर्डर पर किसान जत्थेबंदियों की समन्वय समिति की बैठक हुई। जिसमें शुक्रवार के घटनाक्रम पर चर्चा हुई और किसान मोर्चा के आगामी रुख को लेकर बातचीत की गई। बैठक से बाहर आने के बाद किसान नेताओं ने दो टूक कहा कि अभी आंदोलन वापस लेने पर विचार ही नहीं कर रहे।

किसान नेताओं ने 29 नवंबर के संसद कूच को नहीं टालने का निर्णय लिया है। किसान नेता टीकरी व गाजीपुर बॉर्डर से रोजाना 500 किसानों का जत्था भेजे जाने पर अडिग है। इसके साथ ही 22 नवंबर की लखनऊ रैली और 26 नवंबर को कुंडली समेत अन्य धरनों पर भीड़ बढ़ाने के निर्णय में भी कोई बदलाव नहीं हुआ है।

इसी बीच शुक्रवार को तीन कृषि कानून वापस लेने पर किसान नेताओं ने पीएम की घोषणा का स्वागत तो किया, लेकिन साथ ही यह भी कह दिया कि अभी उनकी दो अहम मांगे बाकी हैं। साथ ही कृषि कानून जब तक संसद में सभी औपचारिकताओं के साथ वापस नहीं लिए जाते, तब तक वह आंदोलन वापस नहीं लेंगे।

आज होगी अहम बैठक
रविवार को कुंडली बॉर्डर पर एसकेएम ने अहम बैठक बुलाई है। जिसमें किसान नेता राकेश टिकैत, दर्शनपाल, बलबीर सिंह राजेवाल, गुरनाम सिंह चढूनी, योगेंद्र यादव, जगजीत सिंह ढल्लेवाल, हन्नान मोला, जोगिंद्र सिंह उगराहां, शिवकुमार कक्का, युद्धवीर सिह समेत सभी जत्थेबंदियां भाग लेंगी। इस बैठक में आगे की अहम रणनीतियों पर चर्चा होगी। आंदोलन को जारी रखने के साथ ही शर्तों की जानकारी दी जाएगी।