May 19, 2024

हरियाणवी छोरा लाया विदेशी बहू, अब मैरिज रजिस्ट्रेशन ऑफिस के लगा रहा चक्कर

फतेहाबाद (हरियाणा) : कहते हैं कि सच्चे प्यार में सरहदें मंजूर नहीं होती। एक ऐसी ही दास्तां हरियाणा के टोहाना गांव में देखने को मिली है। समैन गांव के टीनू के प्यार में पागल होकर हजारों किलोमीटर दूर विपरीत माहौल में दुल्हन बनने का फैसला लेने वाली कजाकिस्तान की जाहना का मैरिज रजिस्ट्रेशन नहीं हो पा रहा है। जाहना व उसका पति टीनू मैरिज रजिस्ट्रेशन के लिए इधर-उधर ऑफिसों में चक्कर काट रहे हैं।

जानें कैसे हुई थी दोनों की शादी…

– फेसबुक पर टीनू से शादी का वादा होने के बाद जाहना 29 मई को गांव समैण आई थी।
– यहां पहुंचने के बाद दोनों ने एक साल पहले 2 जून को टोहाना के विश्वकर्मा मंदिर में हिंदू रीति रिवाज से शादी कर ली।
– टीनू ने बताया कि वह करीब एक साल पहले सऊदी अरब गया था।
– वहां वह वैल्डिंग का काम करता था। इस दौरान फेसबुक पर उसकी दोस्ती जाहना से हो गई। करीब 8 माह चली दोस्ती से प्रभावित जाहना ने उससे शादी की इच्छा जताई।
– उसने अपने बारे में सब कुछ बताकर कहा कि इसके लिए उसे इंडिया आना होगा और वह तैयार हो गई।
– उन्होंने बताया कि यहां आने के बाद उसने अपने आपको यहां के माहौल में ढालना शुरू कर दिया।

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कानूनी मान्यता के लिए कराना चाहते है रजिस्ट्रेशन
– सामाजिक तौर पर बेशक दोनों पति-पत्नी बन गए हैं लेकिन दोनों चाहते हैं कि कानूनी रूप से भी देश के मैरिज एक्ट में उनकी शादी मान्य हो।
– जाहना मानती हैं कि जब तक उनकी शादी का रजिस्ट्रेशन नहीं होगा सरकारी तौर पर उनकी शादी मान्य नहीं होगी।
– सोमवार को यह जोड़ा कोर्ट सरकारी ऑफिसों में अधिकारियों से मैरिज रजिस्ट्रेशन के लिए गुहार लगाते हुए दिखा।

6 भाषाओं की जानकार है जाहना
– लॉ डिप्लोमा होल्डर व 6 भाषाओं की जानकार जींस पहनने वाली जाहना इंडिया पहुंचकर यहां के रीति रिवाज में ढल गई है।
– जींस की जगह अब वह सूट पहनने लगी है। चाय व सब्जी बना लेती है तथा घर में झाडू-पोंछा भी करती है।
– उसके ससुराल वाले भी अब उसके हावभाव समझने लगे हैं तथा टूटी-फूटी अंग्रेजी में अपनी बात को समझा पा रहे हैं।
– विदेशी बहू को पाकर टीनू का पिता राजकुमार व अन्य परिवार वाले भी खुश हैं।

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रजिस्ट्रेशन के लिए अधिकारी कर रहे आनाकानी
टीनू व जाहना के वकील एनके गर्ग व केके गोयल ने बताया कि इनकी शादी के रजिस्ट्रेशन के लिए उन्होंने गुरुवार को तहसीलदार से मिलकर बात की थी। उन्होंने रिफ्यूज कर दिया। उसके बाद वे शुक्रवार को डीसी के समक्ष पेश हुए तो उन्होंने तहसीलदार को एप्लीकेशन मार्क कर दी। अब तहसीलदार रास्ता नहीं बता रहे। इस बारे में उन्होंने एसडीएम सतीश कुमार को साल 2010 में मैरिज एक्ट में हुए संशोधन का हवाला देते हुए उनकी शादी को रजिस्टर्ड किए जाने की मांग की है।