May 3, 2024

हरियाणा: वैक्सीन न लगवाने वाले शिक्षकों की लगेगी गैरहाजिरी, स्कूल में नहीं मिलेगा प्रवेश

Chandigarh/Alive News: हरियाणा में बिना टीकाकरण वाले 21800 से अधिक शिक्षकों की पहली जनवरी से गैरहाजिरी लगेगी। इन्हें स्कूलों में प्रवेश भी नहीं मिल पाएगा। शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने इस संबंध में निर्देश जारी कर दिया है। कंवर पाल इन शिक्षकों के एक भी कोरोना रोधी डोज न लेने से सख्त नाराज हैं। उन्होंने स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों को टीकाकरण न करवाने वाले शिक्षकों पर कड़ी कार्रवाई करने को कहा है। 

जानकारी के मुताबिक कंवर पाल का कहना है कि स्कूल अभी बंद नहीं होंगे। कक्षाएं चलती रहेंगी। स्कूलों में कोविड नियमों का पालन किया जा रहा है। मौसम के अनुसार निर्णय लेंगे। अगर ठंड अधिक बढ़ती है तो स्कूल बंद करने पर विचार किया जाएगा। प्रदेश के 22 जिलों में 14 हजार 159 सरकारी स्कूल हैं। इनमें 1 लाख 4 हजार 123 शिक्षक कार्यरत हैं।

इनमें से 28 हजार 232 ऐसे शिक्षक हैं, जिन्होंने कोरोना वैक्सीन की पहली ही डोज ली है, वहीं 54 हजार 75 ऐसे शिक्षक हैं, जो दोनों डोज ले चुके हैं। 21800 शिक्षकों ने एक भी टीका नहीं लगवाया है। जिन शिक्षकों ने एक डोज लगवा ली है और दूसरी के लिए अभी समय शेष है, उन्हें स्कूलों में प्रवेश मिलेगा। एक के बाद दूसरी डोज न लगवाने वाले शिक्षकों के प्रवेश पर शुक्रवार को निर्णय होगा। 

बच्चों के टीकाकरण, बूस्टर डोज के लिए तैयार किए कर्मचारी
हरियाणा स्वास्थ्य विभाग ने बच्चों के टीकाकरण और बूस्टर डोज लगाने के लिए अधिकारियों, कर्मचारियों को तैयार कर लिया है। जिला टीकाकरण अधिकारियों, शहरी नोडल अधिकारियों एवं डाटा मैनेजर को अनुकूलन कार्यक्रम में प्रशिक्षण दिया गया है। कोविन पर इनकी उपयोगिता जल्द ही उपलब्ध होगी। इस समय राज्य में प्रतिदिन परीक्षण क्षमता लगभग 1,35,650 है।

कोविड-19 की जांच के लिए 24 सरकारी मॉलिक्यूलर लैब हैं। इनमें से 15 जिला मॉलिक्यूलर लैब और 6 मेडिकल कॉलेज लैब के रूप में कार्य कर रहे हैं। बाकी तीन टीएचएसटीआई, फरीदाबाद, आईएमटेक चंडीगढ़ और कमांड अस्पताल चंडी मंदिर में कार्यरत हैं। इन प्रयोगशालाओं की प्रतिदिन परीक्षण क्षमता लगभग 31,000 है। जल्द ही तीन और जिला मॉलिक्यूलर प्रयोगशालाएं स्थापित किए जाने की संभावना है।

1,04,650 की प्रतिदिन परीक्षण क्षमता के साथ 23 निजी पैनलबद्ध मॉलिक्यूलर प्रयोगशालाएं काम कर रही हैं हैं। प्रदेश में ऑक्सीजन प्लांट 84, ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर्स 7219, बीआई-पीएपी 751, हाई फ्लो नेसल कन्नुला 166, ऑक्सीजन सिलिंडर 4950, ऑक्सीजन सिलिंडर 9067 उपलब्ध हैं। ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने अधिकारियों को कोरोना नियमों का पालन सख्ती से करवाने के निर्देश दिए ताकि बढ़ते संक्रमण को रोका जा सके।