April 16, 2024

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी से पूर्व द्वारकाधीश मंदिर पर भारी संख्या में उमड़े श्रद्धालु , रास्ता हुआ जाम

Lucknow/Alive News : श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व को लेकर ब्रज में कान्हा के भक्तों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। रविवार को जन्माष्टमी से एक दिन पहले ही द्वारकाधीश मंदिर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के बाद पुलिस-प्रशासन के सारे इंतजाम धरे रह गए। रास्ता जाम हो गया। दोपहिया और तिपहिया वाहन ई-रिक्शा मंदिर की ओर आ रहे हैं और रास्ता श्रद्धालुओं से भरा हुआ है।

कुछ भक्त अपने साथ लड्डू गोपाल को लेकर आए और उन्होंने मंदिर में आराध्य के दर्शन किए। बता दें, कि ब्रज में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व तीन दिन तक चलता है। 30 अगस्त से जन्माष्टमी की शुरुआत हो रही है। वहीं शनिवार को वृंदावन की सड़कें जाम रहीं। सड़कों पर वाहनों की लंबी-लंबी लाइन लगी रही। लोग जहां थे वहां घंटों खड़े रहे। न ट्रैफिक पुलिस का कोई जवान दिखाई दिया और न कोतवाली पुलिस ही नजर आई। पुलिस की ढीली कार्यप्रणाली से आम लोग परेशान होते रहे।

द्वारिकाधीश मंदिर के दर्शन के समय में बदलाव
30 अगस्त श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर द्वारिकाधीश मंदिर के दर्शन में बदलाव किया गया है। मंदिर के मीडिया प्रभारी राकेश तिवारी एडवोकेट ने बताया 30 अगस्त को जन्माष्टमी के दिन सुबह मंगला के दर्शन अंदर ही होंगे। कुछ भक्त अपने साथ लड्डू गोपाल को लेकर आए और उन्होंने मंदिर में आराध्य के दर्शन किए। रेवाड़ी, हरियाणा निवासी कोमल अपने साथ लड्डू गोपाल के विग्रह को लेकर मंदिर पहुंची और दर्शन किए।

मथुरा धर्म और आस्था की भूमि है। इसी भूमि पर भगवान श्रीकृष्ण ने जन्म लिया था। उसका उत्सव जन्माष्टमी के रूप में एक बार फिर मथुरा में मनाया जा रहा है। इस दौरान भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन को आने वाले भक्तों के लिए कृष्ण नगरी को उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद ने दुल्हन की तरह सजा दिया गया है। मथुरा की ओर आने वाले सभी रास्तों के प्रवेश द्वार खूबसूरत बना दिए हैं। रंग-बिरंगी कपड़ों की सजावट कान्हा के भक्तों को खूब लुभा रही है। दिल्ली-आगरा नेशनल हाईवे से मथुरा आ रहे भक्तों के स्वागत के लिए गोवर्धन चौराहा, भूतेश्वर तिराहा, छटीकरा तिराहे को बिजली की रंग बिरंगी झालरों से सजाया गया है। इसी प्रकार अलीगढ़ और यमुना एक्सप्रेसवे की ओर से आने वाले भक्तों के लिए लक्ष्मीनगर तिराहे को खूबसूरत रंग दिया गया है। शहर के अंदर और श्रीकृष्ण जन्मभूमि के आसपास के तिराहे और चौराहों को भी तरह-तरह के अंदाज में सजाया गया है।