May 3, 2024

डबुआ गोली कांड: राजनैतिक दबाव में पुलिस कर रही है जांच, न्याय की उम्मीद नहीं: पंकज शर्मा

Faridabad/Alive News: डबुआ कॉलोनी स्थित एक किराने की दुकान पर गोली चलने से दुकान में भगदड़ मच गयी. घटना का पूरा प्रकरण कैमरे में कैद हो गया, जिसे दुकानदार पंकज ने चुनावी रंजिश बताते हुए घटना की पूरी जानकारी पुलिस को दी. दुकानदार पंकज ने पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया कि चुनावी रंजिश के चलते, एनआईटी विधायक नगेन्द्र भडाना के चाचा महेश मणि ने गोली चलवाई जो दुकान के शीशे में लगी है. पंकज ने कहा कि 2014 में भी उसे दो गोली मारी गई थी, जिसमें पांच लोगों के खिलाफ कोर्ट में अभी भी मामला विचाराधीन है, पंकज ने शक जताया है कि इस घटना को अंजाम डराने की नीयत से दिया गया है. पंकज ने यह भी आरोप लगाया कि उन्हें पुलिस से निष्पक्ष जांच की उम्मीद नहीं है क्योंकि पुलिस राजनैतिक दबाव में काम कर रही है।

हालांकि इस मामले में पुलिस को गोली का कोई भी सबूत मौके से बरामद नहीं हुआ है, जांच अभी भी जारी है, लेकिन शीशा टूटने औैर सुरक्षा के लिये दिये गये पुलिसकर्मी के भागने की तस्वीरें जरूर सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई हैं, लेकिन गोली चलाने वाला फुटेज में दिखाई नहीं दे रहा है। यह घटना फरीदाबाद की डबुआ कालोनी में स्थित पुलिस चौकी से मात्र 300 मीटर की दूरी पर घटित हुई है. पंकज ने शिकायत में कहा कि हमलावरों ने गोली दुकान के सामने बने गरीबों के लिये अवासीय फ्लैटों से चलाई, जो कि खाली पडे हैं।

पीड़ित ने सोमवार को मीडिया कर्मियों से बात करते हुए बताया कि 24 नवंबर 2014 में चुनावी रंजिश के चलते उस पर दुकान में ही पांच लोगों ने गोलियों से हमला किया था, जो कि विधायक के चाचा मणि के कहने पर करवाया गया था, जिसमें उनको दो गोलियां लगी थी. पंकज ने कहा कि उस मामले में पांच लोगों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया था, जो मामला कोर्ट में अभी भी विचाराधीन है. पंकज पर 2014 में हुए जानलेवा हमले के बाद से पुलिस प्रसाशन द्वारा उन्हें सुरक्षा मुहैया कराइ हुई है।

उन्होंने बताया कि मामले में समझौते पर सहमत न होने पर उनके परिवार को डराने के नियत से हमला किया गया है, मगर अभी पुलिस को जांच में कोई सबूत नहीं मिला है, उनकी मांग है कि पुलिस इस मामले में निष्पक्ष जांच करके उनपर हुए जानलेवा हमले को साफ करे। उन्होंने कहा पहले जब हमला हुआ था तो उनको पहले फोन से धमकी मिली थी, तब भी पुलिस ने मामले को हलके में लिया था. वहीं पंकज के सुरक्षाकर्मी रोहताश का कहना है कि वह सुरक्षा के लिये दुकान में ही बैठा था तभी अचानक से शीशा टूटा, जब उन्होंने बाहर जाकर देखा तो वहां कोई भी नहीं दिया था और न ही कोई ईट पत्थर पडा हुआ था उन्हें नहीं मालूम की आखिर शीशा टूटा कैसे है?

क्या कहते हैं जांच अधिकारी
पुलिस को सीसीटीवी में गोली चलने का कोई भी सबूत नहीं मिला है, घटना स्थल पर जाकर पुलिस की टीम ने जाँच की है जिसमे गोली का कोई सुराग नहीं मिला, जैसे ही अब दूसरी जांच में गोली चलने का कोई साबुत मिलता है तो मुकदमा दर्ज कर लिया जायेगा।

वेद प्रकाश, इंस्पेक्टर
थाना सारन, फरीदाबाद।