May 2, 2024

पार्षदों ने निगमायुक्त के सामने रखी समस्या, न तो शहरवासियों को मिल रहा पानी और न ही उठ रहा कूड़ा

Faridabad/Alive News: गर्मी के मौसम में शहर के कई हिस्सों अधिकतर पानी की आपूर्ति की समस्या बनी रहती है। इस वर्ष भी जिलेवासियों को इस संकट से मुक्ति नहीं मिलेगी। क्योंकि पूरे शहर में समान रूप से पानी वितरण के लिए शुरू की जाने वाली स्कॉटा सिस्टम के पूरा होने में अभी करीब नौ माह का वक्त लगेगा। यानि इस वर्ष भी गर्मी के मौसम में जिलेवासियों को अन्य वर्षो की तरह पानी की किल्लत से जूझना पड़ेगा।

दरअसल, बुधवार को निगम कमिश्नर डॉ गरिमा मित्तल ने एनआईटी क्षेत्र के निगम पार्षदों के साथ बैठक में इस बात की जानकारी दी है। बैठक में पार्षदों ने कहा कि गर्मी का सीजन अब पीक पर है। लेकिन शहरवासियों को न तो प्रॉपर पानी मिल पा रहा है और न ही घरों से डोर टू डोर कूड़ा उठ रहा है। जानकारी के मुताबिक पार्षदों ने सवाल किया कि आखिर नगर निगम सिस्टम क्यों नहीं बना पा रहा है। कूड़ा उठाने वाली कंपनी अभी तक अपना सेट अप भी प्राॅपर नहीं बना पायी। शहरवासी कब तक जूझते रहेंगे।

पार्षदों की बैठक में एनआईटी विधानसभा के पार्षद पार्षद जयवीर खटाना, महेंद्र सरपंच, सपना डागर, सुरेंद्र अग्रवाल, ललिता यादव आदि शामिल हुए थे। इसके अलावा मेयर सुमन बाला, सीनियर डिप्टी मेयर देवेंद्र चौधरी, डिप्टी मेयर मनमोहन गर्ग भी शामिल थे। एनआईटी के पार्षदों ने कहा कि उनके इलाके में पानी का संकट है। पब्लिक परेशान हो रही है। इस पर कमिश्नर ने कहा कि स्मार्ट सिटी कंपनी स्कॉडा सिस्टम पर तेजी से काम कर रही है। सभी मुख्य लाइनों को जीपीएस से जोड़ा जा रहा है। पुरानी मोटरों को बदल कर नई मोटरें लगाने का काम जल्द शुरू कर दिया जाएगा। इसके बाद नियमित रूप से पानी मिलना शुरू हो जाएगा।

इसके अलावा लाइन नंबर-2 को लेकर भी अभी तक विवाद चल रहा था। लाइन नंबर-2 का पानी लाइन नंबर तीन में भेजा जा रहा था। अब लाइन नंबर-2 का पानी सेक्टर-22, 23, संजय कालोनी, सेक्टर-55 और सेक्टर-52 में भेजा जाएगा। जिससे लोगों को पानी की परेशानी न हो। सीनियर डिप्टी मेयर देवेंद्र चौधरी डिप्टी मेयर मनमोहन गर्ग व जयवीर खटाना ने डोर टू डोर कूड़ा उठाने वाली ईकोग्रीन कंपनी की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि उक्त कंपनी नियमानुसार काम नहीं कर रही। पार्षदों ने कहा कि शहर में आधी गाड़ियों से कूड़ा उठवाया जा रहा है।इसके पहले भी कंपनी को अल्टीमेटम दिया गया था लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ। इसलिए कंपनी पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। कमिश्नर ने ईकोग्रीन के अधिकारियों को एक सप्ताह में पूरी रिपोर्ट सौंपने के आदेश दिया।

निगम कमिश्नर ने पार्षदों को स्मार्ट सिटी कार्यालय में बनाए गए कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में शहर के ट्रैफिक व्यवस्था की भी जानकारी दी गई। उन्होंने ये बताया कि लाल बत्ती का उलंघन करने वालों के कैसे ऑन लाइन चालान काटे जाते हैं। कमिश्नर ने बताया कि शहर के मुख्य चौक चौराहों पर उच्च तकनीक से लैस सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। जैसे ही कोई वाहन चालक लाल बत्ती पार करता है, कैमर वाहन के नंबर प्लेट से ऑनलाइन चालान तैयार कर वाहन चालक के घर भेजा जा रहा है।