April 26, 2024

बिहार : आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ा गया कपल, ग्रामीणों ने पहले वीडियो बनाया फिर की पिटाई

Bihar/Alive News : बिहार के समस्तीपुर जिले में एक प्रेमी युगल आपत्तिजनक स्थिति में पकड़े गए. फिर क्या था समाज के ठेकेदारों ने कोर्ट की तरह फैसला सुनाने में देरी नहीं की. पहले तो चुपके से उसका वीडियो बनाया और फिर उसे खुद ही सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.

इतने से भी मन नहीं भरा तो दोनों को पेड़ से बांध कर पीटते रहे. नाबालिग लड़की, समाज के ठेकेदारों के सामने रोती रही, गिड़गिड़ाती रही और अपनी अस्मत को सार्वजनिक नहीं करने की गुहार लगाती रही. लेकिन इन लोगों ने सख्त सजा देने में कोई रहम नहीं की. उसे लात-घूसों से भी पीटा.

यह पूरा मामला समस्तीपुर जिले के कल्याणपुर थाना क्षेत्र के आंजना पंचायत का है. जहां ग्रामीणों ने मकई के खेत में दो प्रेमी युगल को आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया. उसके बाद उन्होंने सबसे पहले उनका वीडियो बनाया और उसके बाद दोनों को खदेड़ कर पकड़ लिया. इसके बाद काफी संख्या में लोग खेत में जुट गए. गांव के युवकों ने प्रेमी युगल को बांस के पेड़ में बांध दिया. उसके बाद उन दोनों की पिटाई करने लगे.

दोनों में कैसे हुआ प्यार?
बताया जा रहा है कि आंजना पंचायत की एक नाबालिग लड़की और मिर्जापुर गांव के नाबालिग लड़के के बीच पिछले कई महीनों से प्रेम प्रसंग का मामला चल रहा था. दोनों के बीच इश्क उस समय परवान चढ़ा, जब नाबालिग लड़का गांव में महिलाओं के श्रृंगार का सामान बेचने जाया करता था.

दोनों एक दूसरे को काफी चाहने लगे. लेकिन प्रेमी जोड़ी के नाबालिग और अंतरजातीय होने के कारण शादी नहीं हो सकी. इस बीच रविवार को प्रेमी जोड़ा गांव के एक मकई के खेत में मिलने पहुंचा. इसी दरम्यान गांव के युवाओं ने प्रेमी युगल को आपत्तिजनक हालत में देखा. पहले उसका वीडियो बनाया और फिर उसे पकड़ लिया.

पंचायत ने किया फैसला
उन दोनों को युवाओं ने अपने कब्जे में लेकर बांस के पेड़ में बांध दिया. उसके बाद जमकर दोनों की पिटाई करने लगे. काफी देर बाद गांव में पंचायत बैठी. जिसमें एक पक्ष दोनों की शादी कराने पर अड़े थे. तो कुछ लोग आर्थिक दंड लगाने के पक्ष में थे. अंत मे लड़की के दूसरे जाति के होने के कारण शादीं नही कराने का विचार किया गया.

वहीं लड़के वाले के परिजन पर आर्थिक दंड लगाने के बाद प्रेमी को छोड़ दिया गया. हालांकि, यह मामला पुलिस में जाने के बजाए पंचायत स्तर पर ही निपटा दिया गया.