Chandigarh/Alive News: पहले से दर्ज केस में भ्रष्टाचार निरोधक कानून की धारा जोड़ने पर रोहतक के मंडल आयुक्त संजीव वर्मा दोनों मामलों की जांच सीबीआई से कराने पड़े हैं। संजीव वर्मा का दावा है कि वह मामले की सीबीआई से जांच कराने को लेकर अब तक छह पत्र मुख्य सचिव को लिख चुके हैं। मैं दोबारा हरियाणा सरकार से अपील करेंगे कि आईएएस अशोक खेमका और उन पर दर्ज दोनों मामलों को सीबीआई को सौंपा जाए। अभी है सरकार के ऊपर है कि वह सीबीआई जांच करवाई या नहीं।
अभिलेखागार के अतिरिक्त मुख्य सचिव अशोक खेमका ने संजीव वर्मा के खिलाफ पंचकूला के सेक्टर 5 थाने में केस दर्ज कराया था। 170 नंबर की इस मुकदमे में अब भ्रष्टाचार निरोधक कानून की धारा जोड़ दी गई है।
खेमका ने बर्मा पर उत्पीड़न और मानहानि का आरोप लगाया था। इसी केस में नई धारा जुड़ते ही आइए संजीव वर्मा ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। वर्मा का कहना है कि पहले से दर्ज एफआइआर में अब भ्रष्टाचार निरोधक कानून की धारा जोड़ दी गई है लेकिन उसका आधार क्या है, यह नहीं बताया गया है।
वही संजीव वर्मा ने भी आईएएस अशोक खेमका के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक कानून समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज कराया था। वर्मा का आरोप है कि 12 साल पहले हरियाणा वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन के प्रबंधक निदेशक रहते हुए अशोक खेमका ने नियुक्तियों में गड़बड़ी की थी। दोनों ही अधिकारियों में पिछले काफी समय से विवाद चल रहा है दोनों अधिकारियों में 3 बार भी चलता रहता है।