November 6, 2024

उपभोक्ताओं की समस्या का समाधान न होने पर एसडीओ पर गिरेगी गाज

Faridabad/Alive News: बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने कहा कि बिजली उपभोगताओंओं को समय पर बेहतरीन सुविधाएं देना हमारा लक्ष्य है। हरियाणा में बिजली की स्थिति में बेहतरीन सुधार भी हुआ है और इस सुधार को और अधिक बेहतर करना है। उन्होंने कहा कि हम अपने उपभोगताओं की जरूरत पर दिन-रात खड़े हैं। अगर किसी उपभोगताओं को कोई समस्या है और वह संबंधित एसडीओ को फोन लगाता है और वह तीन बार फोन नहीं उठाता तो उसे नोटिस जारी कर जवाब मांगा जाएगा।

यही एसडीओ अगर पांच बार किसी का फोन नहीं उठाता तो चार्जशीट करेंगे और फिर भी सुधार नहीं हुआ तो उसके बाद सस्पेंड करने तक की कार्रवाई की जा सकती है। बिजली मंत्री रणजीत सिंह शुक्रवार को बिजली दरबार के दौरान जिला के प्रमुख उद्योगपतियों, औद्योगिक एसोसिएशनों व आरडबल्युए के प्रतिनिधियों से रूबरू थे।

बिजली मंत्री ने कहा कि जब वह 1987 में मंत्री बने थे तो कानपुर, गाजियाबाद के बाद फरीदाबाद का बड़े औद्योगिक क्षेत्रों में नाम आता था। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि एक बार फिर से फरीदाबाद इस ऊंचाई को छुए। उन्होंने कहा कि इस विकास में आईटी के साथ-साथ बिजली का भी बड़ा योगदान है और हम इसके लिए उद्योगपतियों के साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा कि बिजली ऐसी सुविधा है जो 100 प्रतिशत लोगों को चाहिए। उन्होंने कहा कि आज हरियाणा में बिजली वितरण और उपलब्धता में जबरदस्त सुधार हुआ है। पहले हम डिस्कॉम की सूची में 15-16 नंबर पर थे और आज हम 5-6 नंबर पर हैं। उन्होंने कहा कि हमने आज 24 घंटे बिजली देना का काम किया है और हम कौशिश कर रहे हैं कि गुजरात की तरह एक्सप्रेस फीडर उपलब्ध करवाएं।

बिजली निगमों में स्टाफ की कमी को लेकर उन्होंने बताया कि हरियाणा कौशल विकास निगम के जरिए वह जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान करेंगे। इसके अलावा स्थाई भर्ती को कामन इंट्रेन्स टेस्ट की एक परीक्षा हो चुकी है। उन्होंने आरडब्ल्यूए में सिंगल मीटर पर बिजली वितरण व अव्यवस्था को लेकर कहा कि जल्द ही इसको लेकर कार्य किया जा रहा है। इस अवसर पर तिगांव से विधायक राजेश नागर, पृथला से विधायक नयनपाल रावत, भाजपा जिलाध्यक्ष गोपाल शर्मा, नगर निगम आयुक्त, अतिरिक्त उपायुक्त अपराजिता, सीटीएम अमित मान, चीफ इंजीनियर नीरज आहुजा, अनिल शर्मा, एसई नरेश कक्कड़, एसई अतुल अग्रवाल, एक्सईएन सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।