Faridabad/Alive News: जिले में दूषित पानी की रोकथाम को लेकर प्रशासन सजग है, ताकि यमुना नदी के पानी को प्रदूषित होने से बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि जिला की ड्रेनों और खालों में किसी भी स्तर पर प्रदूषित पानी ना पहुंचे, इसके लिए संबंधित विभाग के अधिकारी आपसी तालमेल के साथ कार्य करें और साथ ही विभिन्न स्त्रोतों के माध्यम से प्रदूषित पानी छोडने वाली इकाईयों को चिंहित करते हुए उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।
इससे पहले हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष पी. राघवेंद्र राव ने पर्यावरण विभाग के एसीएस विनीत गर्ग, शहरी निकाय विभाग के एसीएस सुधीर राजपाल के साथ सोमवार को वीडियो कांफ्रेंस के जरिये फरीदाबाद जिला सहित राज्य के सोनीपत, पानीपत, करनाल, पलवल, गुरूग्राम, मेवात, झज्जर, रोहतक सहित विभिन्न जिलों में यमुना एक्शन प्लान से जुड़ी जानकारी लेते हुए कार्यों की विस्तार से समीक्षा की।
उन्होंने जिलावार एक्शन प्लान को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी जिलों में उपायुक्त की अध्यक्षता में एसईएसटीएफ गठित की गई हैं, जोकि इस दिशा में प्रभावी कदम उठाते हुए गंदा पानी छोडने वाली इकाईयों के खिलाफ सख्ती से निपटना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जब गंदा पानी ड्रेनों से होकर यमुना में नहीं जाएगा तो पानी की गुणवता में निरतंर सुधार होगा।
डीसी विक्रम सिंह ने हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष पी. राघवेंद्र राव को जानकारी देते हुए बताया कि जिला फरीदाबाद में विभिन्न ड्रेनों तक प्रदूषित पानी ना पहुंच पाए, इसके लिए संबंधित विभागों द्वारा प्रभावी तरीके से कार्य किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि एनजीटी द्वारा गंगा नदी तक किसी भी रूप में कैमिकलयुक्त या गंदा पानी ना पहुंच पाए, इसके लिए यमुना एक्शन प्लान बनाया गया है, जिसके चलते को हमें जिला की तीनों ड्रेनों में हर हाल में प्रदूषित पानी पर रोक लगानी है और पानी की गुणवत्ता में सुधार भी लाना है।