December 20, 2024

आन्दोलन की आड़ में दलितों और बल्मिकी समाज के लोगों पर हमले निंदनीय है : गोपाल शर्मा

Faridabad/Alive News : गाजियाबाद में गाजीपुर बॉर्डर पर यूपी बीजेपी प्रदेश मंत्री अमित वाल्मीकि के काफिले पर राकेश टिकैत व उनके उपद्रवी गुंडों द्वारा किए गए हमले की भारतीय जनता पार्टी के ज़िला अध्यक्ष गोपाल शर्मा, अनुसूचित मोर्चा के ज़िला अध्यक्ष नरेश नंबरदार और ज़िले के भाजपा व बाल्मीकी नेताओं ने घोर निंदा की. भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित मोर्चा के ज़िला फ़रीदाबाद के अध्यक्ष नरेश नंबरदार ने कहा कि दिल्ली के चारों तरफ़ बॉर्डर पर धरना स्थल गुंडे-बदमाशों की शरणगाह बने हुए हैं.

राकेश टिकैत और विपक्षी पार्टियाँ इन्ही गुंडों और असामाजिक तत्वों के माध्यम से देश में बाल्मीकी व दलित समाज के लोगों के ख़िलाफ़ हिंसा करके देश को जातिगत दंगे की आग में झोंकना चाहते हैं. राकेश टिकैत ने वाल्मीकि समाज का अपमान किया है जिसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए, उनको गिरफ़्तार किया जाना चाहिए. देशभर में वाल्मीकि व दलित समाज के लोग धरना प्रदर्शन करेंगे. गाजीपुर बॉर्डर की इस शर्मनाक घटना से समस्त वाल्मीकि समाज आहत है.

उन्होंने कहा कि दो दिन पहले अमित बाल्मीकी की नई नियुक्ति पर अभिनंदन व स्वागत कार्यक्रम के कारण एनएच हाईवे पर अमित बाल्मीकि अपने कार्यकर्ताओं के साथ शांतिपूर्वक तरीके से खड़े थे उसी दौरान राकेश टिकैत के उपद्रवी गुंडे तलवारें, डंडे और लाठियां लेकर आए और अमित बाल्मीकी और उनके कार्यकर्ताओं पर हमला कर दिया गया. सैकड़ों गाड़ियां तोड़ी गईं और कार्यकर्ताओं को मारा पीटा गया. अमित बाल्मीकी व महिला कार्यकर्ताओं को भी चोटें आई. अमित बाल्मीकी और उनके कार्यकर्ताओं को जान बचाकर भागना पड़ा.

ज़िला अध्यक्ष गोपाल शर्मा ने कहा कि किसान आंदोलन के नाम पर अपनी राजनीतिक महत्वकांक्षा के लिए राकेश टिकैत अपने उपद्रवी गुंडों के बल कर समाज में जातिगत ज़हर फैलाने का काम कर रहा है. किसान सुधार क़ानूनों के नाम पर विपक्षी दलों के अपने राजनीतिक आकाओं के कहने पर देश के भोले भाले किसानों को बहकाने का काम कर रहा था लेकिन किसान भाई उनकी सच्चाई जान चुके हैं.

उनको पता चल गया है कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बने कृषि सुधार क़ानूनों से किसान सशक्त होगा और किसानों की आय दुगुनी होगी. किसान भाई अब राकेश टिकैत के झाँसे में आने वाले नहीं हैं I राकेश टिकैत अब देश के लोगों का सामाजिक सौहार्द ख़त्म करके आपसी दंगे करवाना चाहता हैं. इसी कड़ी में उन्होंने अपने गुंडों के बल पर अमित बाल्मीकी और अनुसूचित दलित व बाल्मीकी लोगों को हिंसा का शिकार बनाया. दलितों के साथ हिंसा नहीं सहेंगे. हम इस कुकृत्य की घोर निंदा करते हैं.