Faridabad/Alive News : श्री बांके बिहारी मन्दिर में श्रीमद् भागवत कथा का आज शुभारम्भ किया गया। आज कलश यात्रा निकाली गई और फिर कथा का प्रारम्भ हुआ। मुख्य कथा वाचक आचार्य डॉ सन्तोष ने कहा कि पहले धर्म को लेकर महाभारत होती थी, अब हर घर में महाभारत हो रही है।
उस समय भगवान श्रीकृष्ण ने महाभारत को बंद करवाया, लेकिन आज निरंतर महाभारत चल रही है। उन्होंने कहा कि परीक्षित त्यागी श्रोता मिला, सुखदेव की भागवत कथा वाचन में महारथ है. उन्होंने कहा कि संसार में जितने भी पटधारी है उतने ही कपटधारी होंगे। हर कोई भगवान बनना चाहता है, किन्तु इंसान नहीं बनना चाहता, क्योंकि इंसान दूसरों के लिए जीता है। देवता स्वार्थी होते है। उन्होंने कहा कि प्रमार्थ के साथ स्वार्थ साथ नही चलता। उन्होंने देवता मोनी का उदाहरण देते हुए कहा कि मोनी ने भी पक्षपात देवताओ व राक्षसों में भेदभाव किया था। उन्होंने कहा कि कथा को कहने वाले निष्कपटी होते है, उसका गौरव सुखदेव को प्राप्त होता है। कथा का समापन 12 अक्टूबर वीरवार को पूर्णहूति एवं भण्डारा के साथ होगा।
इस कार्यक्रम के शुभ अवसर पर मंदिर के प्रधान ललित गोस्वामी, अलाइव न्यूज़ के सम्पादक तिलक राज शर्मा, नरेश गोसाई, सोहन लाल सुनेजा, प्रेम कुमार झा, महेन्द्र कुमार सिंघल, मुकेश सिंघला, अनूप यादव सहित मंदिर की महिला मण्डली मौजूद थी।