Faridabad/Alive News : साइबर थाना एनआइटी ने डिजिटल अरेस्ट के मामले में 9 आरोपियो को दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने चार फोन और 35 हजार नगद बरामद किया है
पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी दी कि सेक्टर-46 में रहने वाली एक महिला ने अपनी शिकायत में बताया कि उसके पास 1 अक्टूबर से 4 अक्टूबर तक किसी अंजान नम्बर से व्हाट्सएप पर कॉल आया। फोन कॉल करने वाले ने कॉल को आगे कई व्यक्तियों को फॉरवर्ड किया, जिन्होंने एक-एक करके शिकायतकर्ता से बात की। ठगों ने शिकायतकर्ता के व्हाट्सएप पर एक नोटिस भेजा और नोटिस में दिए गए निर्देशों की पालना करने बारे कहा।
शिकायतकर्ता नोटिस को लेकर परेशान और भयभीत हो गई, क्योंकि नोटिस में दर्शित कोई भी जानकारी सत्य नहीं थी। इसके बाद ठगों ने उसे 4 अक्टूबर 2024 से भुगतान करने के लिए मजबूर किया तथा ठगों के द्वारा लगातार वीडियो कॉल के माध्यम से धमकी दी गई कि वह किसी को मामले बारे ना बताए और ना ही कमरा छोडें। वह लगातार वीडियो कॉल के माध्यम से उसकी निगरानी करते रहे।
जिसके डर से शिकायतकर्ता ने 1 करोड 3 लाख 70 हजार ट्रांसफर कर दिए थे। जिसके संबंध में साइबर थाना NIT में मामला दर्ज किया गया।
साइबर टीम SI दीपक, ASI बलवंत, ASI जितेन्द्र,HC भागीरथ,CT अंशुल व रवि के द्वारा मामले में कार्रवाई करते हुए आरोपी दिग्विजय मिश्रा वासी प्रयागराज, मनोज दिवेदी व विजय श्रीवास्तव वासी वाराणसी, बिहारी चौधरी वासी पश्चिम बंगाल तथा राहुल सिंह, अजय मेहरा, राहुल पील्ले, सुजल उर्फ कुकी वासी दिल्ली और संदेश वासी मथुरा को गिरफ्तार किया गया।
आरोपियो से पूछताछ में सामने आया कि दिग्विजय मिश्रा, राहुल पिल्ले, संदेश एकाउंड होल्डर है जिनके खातों में फ्रॉड के पैसों का संचालन हुआ है तथा मनोज दिवेदी व विजय श्रीवास्तव, बिहारी चौधरी, राहुल सिंह, अजय मेहरा, सुजल द्वारा ठगी के पैसों के संचालन के लिए एकाउंट उपलब्ध कराए जाते हैं। आरोपी संदेश व सुजल को मामले में पूछताछ के 2 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है व अन्य आरोपियो को जेल भेजा जा चुका है।