November 16, 2024

जानिए रोजाना भगवान शिव की पूजा करने के कुछ रहस्य, घर में रहेगी खुसहाली

Religion/Alive News : भगवान शिव को भोलेनाथ कहा जाता है क्‍योंकि उन्‍हें प्रसन्‍न करना बेहद आसान है। शिव जी एक लोटा जल और बेल की सूखी पत्‍ती सेजल अभिषेक किया जाता है। यही वजह है कि भगवान शिव की पूजा को बहुत सरल माना गया है। इस समय सावन का महीना चल रहा है और यह समय महादेव को प्रसन्‍न करने के लिए सर्वश्रेष्‍ठ होता है। शिव जी की पूजा करने से सारे दुख दूर हो जाते हैं। जीवन में हर सुख, समृद्धि मिलती है। यही वजह है कि कई लोग रोजाना शिव जी की पूजा करते हैं लेकिन रोज शिव पूजन करने वाले अधिकांश लोग भी एक बात नहीं जानते हैं।

शिवजी की पूजा में पंचामृत, बेलपत्र, धतूरा चढ़ाना बेहद शुभ माना जाता है। इससे शिवजी प्रसन्‍न होते हैं। इसके अलावा आपने देखा होगा कि शिवजी की पूजा करते समय लोग तीन बार ताली भी बजाते हैं। माना जाता है कि ऐसा करने से ही शिव पूजा पूरी होती है। इसे पूजा या परंपरा का हिस्‍सा मानकर कई लोग शिव पूजा के बाद 3 बार ताली बजाते हैं लेकिन इसके पीछे की वजह नहीं जानते हैं।

धर्म-शास्‍त्रों के अनुसार ये 3 बार ताली बजाने के पीछे विशेष कारण हैं। इसमें पहली ताली महादेव को अपनी उपस्थिती बताने के लिए बजाई जाती है। वहीं दूसरी ताली इस भाव से बजाई जाती है कि यदि हम शिवजी से कुछ ना भी मांगे तो भी हमारे घर का भंडार भरा रहे। आखिरी तीसरी ताली बजाकर महादेव से प्रार्थना की जाती है।

शिवजी की पूजा में पंचामृत, बेलपत्र, धतूरा चढ़ाना बेहद शुभ माना जाता है। इससे शिवजी प्रसन्‍न होते हैं। इसके अलावा आपने देखा होगा कि शिवजी की पूजा करते समय लोग तीन बार ताली भी बजाते हैं। माना जाता है कि ऐसा करने से ही शिव पूजा पूरी होती है। इसे पूजा या परंपरा का हिस्‍सा मानकर कई लोग शिव पूजा के बाद 3 बार ताली बजाते हैं लेकिन इसके पीछे की वजह नहीं जानते हैं।

धर्म-शास्‍त्रों के अनुसार ये 3 बार ताली बजाने के पीछे विशेष कारण हैं। इसमें पहली ताली महादेव को अपनी उपस्थिती बताने के लिए बजाई जाती है। वहीं दूसरी ताली इस भाव से बजाई जाती है कि यदि हम शिवजी से कुछ ना भी मांगे तो भी हमारे घर का भंडार भरा रहे। आखिरी तीसरी ताली बजाकर महादेव से प्रार्थना की जाती है कि वे हमें अपने चरणों में स्‍थान दें।