May 21, 2024

99 प्रतिशत विद्यार्थी स्पेशल चांस में परीक्षा देने से हटे पीछे, केवल दो हजार विद्यार्थियों ने ही कराया पंजीकरण

Chandigarh/Alive News : हरियाणा, हिमाचल में सीबीएसई से संबद्ध स्कूलों के जिन विद्यार्थियों ने बारहवीं के परीक्षा परिणाम पर उंगली उठाई थी, उनमें से 99 प्रतिशत स्पेशल चांस में परीक्षा देने से पीछे हट गए। केंद्रीय स्कूल शिक्षा बोर्ड की आंतरिक रिपोर्ट के मुताबिक दोनों राज्यों में लगभग दो हजार विद्यार्थियों ने ही रिजल्ट से असंतुष्ट होकर परीक्षा देने के लिए पंजीकरण कराया है।

बता दें, कि कोविड के कारण सीबीएसई ने 12वीं का रिजल्ट तैयार करने के लिए मूल्यांकन मानदंड तय किए थे। परीक्षाएं रद्द होने पर मानदंड के तहत ही रिजल्ट बनाकर घोषित किया गया। रिजल्ट पर अनेक विद्यार्थियों ने सवाल खड़े करते हुए जगह-जगह अभिभावकों को साथ लेकर प्रदर्शन किए थे। स्कूलों ने उस समय प्रदर्शन करने व रिजल्ट से असंतुष्ट विद्यार्थियों को चिह्नित कर लिया था।

सीबीएसई ने विद्यार्थियों को परीक्षा देकर अपना पास प्रतिशत सुधारने के लिए स्पेशल चांस देने का निर्णय लिया। इसके लिए पंजीकरण करने को बोर्ड ने पांच दिन तक अपनी वेबसाइट पर लिंक खोला। इस दौरान दोनों ही राज्यों के बारहवीं के लगभग दो हजार विद्यार्थियों ने ही परीक्षा देने के लिए आवेदन किया। बोर्ड परीक्षाओं की तिथि तय कर इन्हें शेड्यूल भेज चुका है। 15 सितंबर तक इनकी परीक्षाएं पूरी कराई जाएंगी।

मिली जानकारी के अनुसार बोर्ड इन दिनों तीन तरह की परीक्षाएं ले रहा है। 2020 में दसवीं में फेल हुए विद्यार्थियों को तीसरा मौका दिया है। 2021 में दसवीं में जिनकी कंपार्टमेंट आई है, उनकी भी परीक्षाएं ले रहे हैं। इसके अलावा 12वीं के रिजल्ट से असंतुष्ट विद्यार्थियों की परीक्षाएं भी ली जा रही है। स्कूलों से असंतुष्ट विद्यार्थियों की रिपोर्ट ली थी, जिनमें से बहुत कम ने परीक्षा देने का विकल्प चुना है। दोनों राज्यों में परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इस बार हरियाणा-हिमाचल में दसवीं-बारहवीं में कुल 3 लाख विद्यार्थी पंजीकृत थे।