May 19, 2024

दिल्ली में 70 साल का टूटा रिकॉर्ड, मई में सबसे कम तापमान, एनसीआर तरबतर

New Delhi/Alive News: ताउते तूफान के असर से दिल्ली-एनसीआर का मौसम नए रिकॉर्ड बना रहा है। बुधवार दिन भर चली रिमझिम बारिश से अधिकतम तापमान पिछले 70 सालों में सबसे कम 23.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इससे पहले वर्ष 1951 में यह रिकॉर्ड टूटा था। दिनभर दिल्ली-एनसीआर में रिमझिम बारिश का दौर जारी रहा। शाम साढ़े पांच बजे तक 31.3 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई है।

मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में भी बारिश के जारी रहने की संभावना जताई है।  बीती रात से भी लगातार बारिश चल रही है। इससे मई में ऑल टाइम रिकॉर्ड बन सकता है। मौसम विभाग के अधिकारी के मुताबिक, वर्ष 1951 से पहले यह रिकॉर्ड टूटा था। वहीं, इसके बाद 13 मई 1982 को सबसे कम अधिकतम तापमान 24.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।

मई में आमतौर पर इतना कम तापमान नहीं होता है, लेकिन ताउते तूफान का असर दिल्ली-एनसीआर में भी देखने को मिला है। यही वजह है कि मंगलवार की शाम से शुरू हुआ बारिश का दौर बुधवार को पूरा दिन जारी रहा। दिल्ली-एनसीआर के आसमान में घने बादल बने हुए हैं। ऐसे बादल आमतौर पर मानसून के सीजन में ही देखने को मिलते हैं, जबकि अभी प्री-मानसून का दौर चल रहा है। इस दौर में ऐसी बारिश की बहुत कम संभावना होती है।

इसे ताउते तूफान का असर का ही माना जाएगा कि दिल्ली-एनसीआर में लगातार मेघ बरस रहे हैं। प्रादेशिक मौसम विभाग के मुताबिक, बुधवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान सामान्य से 16 कम 23.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, न्यूनतम तापमान सामान्य से पांच कम 21.4 डिग्री सेल्सियस रहा। हवा में नमी का अधिकतम स्तर 100 फीसदी व न्यूनतम 78 फीसदी रहा।

दिल्ली के विभिन्न इलाकों की बात करें तो पालम में अधिकतम तापमान 25.7 डिग्री सेल्सियस, लोधी रोड में 23.4, नरेला में 24.1 व गुरुग्राम में 23.7 तापमान रहा।
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में दिल्ली के मौसम में बदलाव न होने की संभावना जताई है। इस कड़ी में दिनभर बादलों के छाए रहने के साथ हल्की स्तर की बारिश जारी रहेगी।

इससे अधिकतम तापमान 30 व न्यूनमत 20 डिग्री सेल्सियस तक बना रहेगा। इसके अगले 24 घंटों में दिल्ली का मौसम करवट लेगा और बादल छंटने के साथ तापमान में भी वृद्धि होगी। गौरतलब है कि लगातार गर्मी झेल रही दिल्ली के लिए मौसम विभाग ने एक दिन पहले तेज हवा चलने के साथ बारिश की संभावना जताई थी। इस वजह से अधिकतम व न्यूनतम तापमान में भी कमी आने की बात कही गई थी।