April 24, 2024

पार्षद को क्यों नही है नगर निगम कमिश्नर पर विश्वास, पढ़िए पूरी ख़बर

Faridabad/Alive News : वार्ड-5 की पार्षद ललिता यादव शुक्रवार को अपने वार्ड में होने वाले सीवर ओवरफ्लो, पानी निकासी और पीने के पानी की समस्या को लेकर निगम मुख्यालय का घेराव करने पहुंची। हालांकि उससे एक दिन पहले भी पार्षद ललिता यादव निगमायुक्त से अपनी वार्ड की समस्याओं को लेकर निगमायुक्त कार्यालय पहुंची थी। लेकिन हुआ कुछ यूं कि शुक्रवार को जिस वक्त पार्षद ललिता यादव निगम का घेराव करने पहुंची, उस समय भी निगमायुक्त अपने कार्यालय में मौजूद नही थी। उस दौरान वार्डवासियों ने पार्षद ललिता यादव के नेतृत्व में निगमायुक्त डॉ. गरिमा मित्तल के कार्यालय पर कब्जा कर लिया और पार्षद अपने समर्थकों के साथ कार्यालय में धरना प्रदर्शन पर बैठ गयी।

इस बीच निगमायुक्त का नगर निगम में आगमन हुआ और निगमायुक्त पार्षद ललिता यादव को निगम परिसर में बातचीत करने के लिए बुलाया, लेकिन पार्षद कार्यालय में अपने समर्थकों के साथ बैठी थी। इस दौरान पार्षद ने निगमायुक्त से बातचीत करने के लिए अपने भाई अजय यादव को भेजा। जिसके बाद अजय यादव निगम परिसर में निगमायुक्त डॉ. गरिमा मित्तल से बातचीत करने के लिए उनके समकक्ष पहुंचे। फिर होता यूं है कि अजय यादव निगमायुक्त के सामने अपनी समस्याओं को रखते है।

“उधर से निगमायुक्त डॉ. गरिमा मित्तल अजय यादव को विश्वास में लेने के लिए कहती है कि उन्हें निगम अधिकारियों पर बिल्कुल विश्वास नहीं है। तभी अजय यादव तपाक से जवाब देते है कि नही उन्हें निगम अधिकारियों पर विश्वास नही है। उसके बाद फिर निगमायुक्त डॉ. गरिमा मित्तल अजय यादव को फिर से विश्वास में लेने की कोशिश करते हुए कहती है कि क्या मुझ पर भी विश्वास नही है ( कमिश्नर पर)। इस पर अजय यादव की ओर निगम कमिश्नर को और तीखी प्रतिक्रिया सुनने को मिलती है, आप पर तो मुझे बिल्कुल भी विश्वास नही है!”

उनका ऐसा कहना इसलिए भी जायज था कि लगातार साढे चार साल से वार्ड की जनता मूलभूत सुविधाओं को लेकर पार्षद को लगातार हार मंच पर घेरती आ रही है और इसी से जनता से तंग आकर पार्षद ने वार्ड वासियों के साथ मिलकर निगम आयुक्त के कार्यालय पर कब्जा कर लिया और जब तक अधिकारी वार्ड में विजिट करके नही आए, पार्षद और वार्ड वासी ने निगम कार्यालय को नही छोड़ा। तब तक निगम कमिश्नर अपने कार्यालय के सारे कार्ये अपने सरकारी कर्मचारी रामजी लाल के कार्यालय से निपटाते दिखी।