March 29, 2024

अमेरिका ने सीरिया पर दागी मिसाइल, इन ठिकानों की तबाही मकसद

सीरिया में केमिकल हमले के बाद अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन ने सीरियाई सरकार के खिलाफ बड़ी सैन्य कार्रवाई शुरू कर दी है. अमेरिका के साथ लामबंद फ्रांस और ब्रिटेन ने सीरिया के होम्स के पश्चिम स्थित केमिकल भंडारण ठिकाने, कमांड पोस्ट व केमिकल उपकरण भंडारण ठिकाने और दमिश्क स्थित साइंटिफिक रिसर्च सेंटर पर हमला बोला यानी सीरिया के तीन ठिकानों पर हमला किया गया. अमेरिका ने सीरिया पर हमला करने के लिए B-1 बॉम्बर्स, टोरनाडो जेट्स और युद्धपोत का इस्तेमाल किया.

बताया जा रहा है कि शनिवार तड़के चार बजे दमिश्क में कई धमाकों की आवाज सुनी गई. साथ ही दमिश्क के इलाके से धुंधा उठता भी देखा गया. इससे पहले आसमान में विमान के उड़ने की आवाज सुनी गई. ब्रिटेन के जेट से एक मिसाइल ठिकाने पर हमला किया गया. माना जा रहा है कि यहां पर सीरियाई सरकार केमिकल हथियारों को जमा कर रही थी, जबकि फ्रांस ने कहा कि इस सैन्य कार्रवाई करा मकसद सीरियाई सरकार के गोपनीय केमिकल हथियारों को निशाना बनाना था.

सीरियन ओब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के मुताबिक अमेरिकी, फ्रांस और ब्रिटेन ने सीरिया के साइंटिफिक रिसर्च सेंटर्स और कई सैन्य ठिकानों पर हमला किया. इस हमले में अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस की नौसेना और वायुसेना ने हिस्सा लिया. अमेरिकी रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस का कहना है कि इस बार पिछले साल सीरिया में किए गए हमले से ज्यादा हथियारों का इस्तेमाल किया जा रहा है. पिछले साल सीरिया में अमेरिका ने 59 टोमहॉक मिसाइलों को दागा था.

ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि चार टोरनाडो जेट्स से मिसाइलें दागी गईं. इसके अलावा फ्रांस के रक्षा मंत्रालय ने राफेल लड़ाकू विमानों से मिसाइल दागने के वीडियो फुटेज जारी किया है. वहीं, अमेरिका ने कहा कि सीरिया पर B-1 बॉम्बर्स से हमला किया गया है. नाटो ने भी सीरिया पर अमेरिकी नेतृत्व में किए गए हमले का समर्थन किया है.

फ्रांस के रक्षा मंत्री ने कहा कि सीरिया में अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन की संयुक्त सैन्य कार्रवाई से पहले रूस को आगाह किया गया था. उधर, रूस ने अमेरिका के मिसाइलों को मार गिराने की चेतावनी दी है. अमेरिका में रूसी राजदूत ने सीरिया पर हमला करने के परिणाम भुगतने की चेतावनी दी है. हमले के कुछ देर बाद रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि अमेरिका और उसके सहयोगियों की ओर से दागी गई मिसाइलें सीरिया में रूसी एयर डिफेंस जोन में प्रवेश नहीं की हैं.