Faridabad/Alive News: डबुआ कॉलोनी स्थित शहर की सबसे बड़ी सब्जी मंडी का शेड लंबे समय से जर्जर है। दुकानदारों की माने तो तेज बारिश और आंधी के दौरान शेड गिरने का खतरा बना रहता है। शेड में दरारें और होल होने के कारण बारिश के दौरान सब्जियां गिली हो जाती हैं जिससे दुकानदारों को नुकसान हो रहा है। इसके अलावा शेड कमजोर होने से दुकानदारों पर जान का खतरा बना हुआ है।
डबुआ सब्जी मंडी लगभग पांच एकड़ में बनी हुई है। हजारों की संख्या में प्रतिदिन खरीदार और रेहड़ी पटरी वाले पहुंचते हैं। दुकानदारों के मुताबिक शेड के कमजोर होने से हादसे का खतरा बना हुआ है। मार्केट कमेटी से इस संबंध में कई बार शिकायत की गई है। मासाखोरों का आरोप है कि मार्केट कमेटी इस समस्या को गंभीरता से नहीं ले रही है। जिससे कभी भी कोई बड़ी घटना घटित हो सकती है।
गोहाना की घटना ने बढ़ाई चिंता
आढती राजू सहित अन्य दुकानदारों ने बताया कि बीते दिनों गोहाना सब्जी मंडी में शेड गिरने की घटने के बाद चिंता बढ़ गई है, मंडी के मुख्य द्वार पर बना शेड कई वर्षों पुराना है। पुराना होने से यह जर्जर होता जा रहा है। शेड में जगह-जगह पर अनगिनत दरारें हैं। तेज हवा के साथ शेड भी हिलता है। गोहाना में शेड गिरने से दो मासाखोरों की मौत और कई लोग घायल हो गये थे। इसकी चपेट में कई पशु और वाहन भी आए। पशुओं की मौके पर मौत और वाहन क्षतिग्रस्त हो गये। मार्केट कमेटी के सामने बने शेड के कमजोर होने से दुकानदारों के बीच डर का माहौल है।
क्या कहना है दुकानदारों का
शेड काफी समय से कमजोर है, दिन प्रतिदिन जर्जर होता जा रहा है। शेड के गिरने का खतरा बना हुआ है।
डबुआ मंडी सबसे पुरानी और बड़ी मंडी है, प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोग खरीदारी के लिए पहुंचते हैं, बरसात का मौसम है ऐसे में दुकानदारों और खरीदारों के लिए बरसात से बचाव के लिए शेड एकमात्र उपाय है। शेड कमजोर होने से गिरने के खतरा बना रहता है।
-करण, दुकानदार।
क्या कहना है अधिकारी का
शेड की मरम्मत के लिए फाइल भेज दी गई थी, टेंडर छोड़े गए हैं, जल्द काम शुरू हो जाएगा।
-मनीष, सेक्रेटरी मार्केट कमेटी।