May 5, 2024

हुडा विभाग और गांव वासियों के बीच अम्बेडकर की प्रतिमा को लेकर तनातनी

गांव वासियों को सामाजिक संस्थाओं का मिल रहा समर्थन

Faridabad/Alive News : ओल्ड फरीदाबाद स्थित गांव दौलताबाद मे हुडा विभाग द्वारा तोडऩे के विरोध में बैठे हुए लोगो को सामाजिक संस्थाऐं अपना समर्थन देने के आगे आने लगी हैं। आज पिछडा वर्ग सयुंक्त संघर्ष समिति, फरीदाबाद के पदाधिकारियों और सदस्यों ने आज धरने पर आकर पिछडा वर्ग सयुंक्त संघर्ष समिति के अध्यक्ष रामफल जांगडा ने दौलताबाद वासियों को अपना समर्थन देते हुए कहा दौलताबाद के दलित समाज की बाबा साहब अम्बेडकर की प्रतिमा को तोडने का विरोध करना बिल्कुल सही हैं। बाबा साहब अम्बेडकर सिर्फ दलित समाज के ही नही बल्कि समाज के सभी वर्गो के नेता थे।

सरकार द्वारा अम्बेडकर की प्रतिमा को तोडना निंदनीय है। ज्ञात हो कि गत दिनांक 25 सितम्बर को हुडा विभाग का तोडफोड दस्ता पुलिस फोर्र्स के साथ गांव दौलताबाद मे बाबा साहब अम्बेडकर की प्रतिमा को तोडने आया था जिसे सभी गांव वासियों के विरोध आगे वापिस जाना पडा। लेकिन जाते जाते विभाग के अधिकारी कह गये कि यह मुर्ति अवैध हैं और इसे जल्द ही तोड दिया जायेगा। इसी डर के चलते गांव वासी बाबा साहब की प्रतिमा के सामने ही धरने पर बैठ गये। जिसको आज चार दिन हो गये है। दौलताबाद गांव वासियों ने कहा कि जिस जमीन पर बाबा साहब अम्बेडकर की मूर्ति लगी हैं वह जमीन गांव के अनुसूचित परिवारों की हैं जिस पर बीस पच्चीस वर्ष पूर्व गांव वासियों ने यह प्रतिमा लगाई थी। अब हुडा विभाग हमारी जमीन पर अनाधिकृत कब्जा करना चाहती है जोकि दलितों के साथ सरासर अन्याय हैं। बाबा साहब की प्रतिमा तोडना दलितों की भावनाओं ठेस पंहुचाना हैं।

देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी दलितों की रक्षा करने की बात करते हैं, प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल जी भी सभी वर्गो को सम्मान देने की बात करते है। बाबा साहब अम्बेडकर सिर्फ दलितो के ही नही बल्कि सभी वर्गाे के नेता थे। लेकिन हुडा विभाग के अधिकारी न तो प्रधानमंत्री की परवाह करते हैं और न ही प्रदेश के मुख्यमंत्री के आदेशो की और उनके लिए भारत रत्न बाबा साहब डा भीम राव अम्बेडकर के लिए भी सम्मान नही हैं।

आज धरने पर प्रधान इन्दरपाल सागर, रतिराम जिला अध्यक्ष बसपा, रामफल जांगडा, राजपाल, मानसिंह, महेश, लखनपाल, संजय कुमार, चंद्रपाल भारती, विनोद, सतीश, भरत सिंह, सालग राम, रमेश चंद, दर्शन सिंह, वेदराम, मुकेश कुुमार, राजकुमार, कपिल शाह, कुलदीप, बाबूलाल गुरी, पतराम, दौलतराम, अमरसिंह, प्रदीप, कमल बाबू, डैनी, शिवाजी, रोहित आदि लोग मौजूद थे।