Faridabad/Alive News : लोगों को स्वस्थ रखने और मूलभूत सुविधाएं देने का दावा करने वाली भाजपा की मनोहर सरकार के दावे की धज्जियां उड़ाते नगर निगम अधिकारी, जिनका सरकार के आदेशों से कोई लेना-देना नही है। नगर निगम के अधिकारीयों और कर्मचारीयों के बड़-बोलेपन को देखकर लगता है कि मुख्यमंत्री और मंत्री उनकी की जेब में रहते हैं।
यह बात हम नही कह रहे, बल्कि वार्ड न.-9 में प्रिंस स्कूल पुरानी पुलिस चौकी के आसपास रहने वाले लोग कह रहे हैं। स्थानीय निवासी एस.बी स्वामी, ब्रजेश कुमार, मधुबाला, गिरीराज सहित दर्जनों लोगों ने संबधित अधिकारीयों को शिकायत देने के बावजूद भी सीवर जाम और नालियों की सफ ाई की समस्या का समाधान न होने पर कहा कि अधिकारायों से बात की गई तो शिकायत केंद्र पर कोई भी अधिकारी और कर्मचारी उनकी समस्याओं को सुनने वाला नही था तो निदान कहा से होगा। लोगों ने बताया कि उल्टा एसडीओ, स्थानीय विधायक की गाड़ी में गनमैन की तरह बैठा दिखाई देता है और एसडीओ को जनता के मोबाईल उठाने से गुरेज है।
इसी तरह जेई भी अपना फ ोन हमेशा स्वीच ऑफ रखते हैं, ऐसे में जनता अपनी समस्या के लिए किस का दरवाजा खटखटाएं। वार्ड न.-9 के पार्ट एक में सीवर करीब एक महीने से ऑवरफ्लो हो रहे हैं, जिसके समाधान के लिए जेई से लेकर एसडीओ तक को अवगत करा गया है। लेकिन उसके बावजूद भी नगर निगम एसडीओ अशोक रावत और जेई अनिल जनता की समस्या का निदान करने की बजाए लोगों को बेवकूफ बना रहे है और चक्कर कटवा रहे है।
ऐसे अधिकारियों की लापरवाही की वजह से सरकार के स्वच्छता अभियान की हवा तो निकल ही रही है, बल्कि आने वाले विधानसभा चुनाव में जनता भाजपा को कोसती नजर आएगी। समय रहते सरकार ने ऐसे निकम्मे अधिकारीयों का तबादला नही किया तो यह अधिकारी सरकार की योजनाओं को पलिता लगाते रहेंगे।
क्या कहते हैं नगर निगम अधिकारी
नगर निगम में सीवर मैन की कमी और काम ज्यादा होने की वजह से कुछ काम रह जाते हैं। वार्ड में लोगों की समस्या का समाधान जल्द करा दिया जाएगा।
-अरविन्द कुमार, एक्सईएन नगर निगम।