April 25, 2024

रोहतक: किलोई गांव में बीजेपी नेताओं को किसानों ने बनाया बंधक, भारी पुलिस बल तैनात

Rohtak/Alive News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम का लाइव प्रसारण देखने पहुंचे बीजेपी के पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर और कई अन्य नेताओं को रोहतक के किलोई गांव में किसानों ने बंधक बना लिया। इतना ही नहीं मंदिर के बाहर खड़ी गाड़ियों की हवा तक निकाल दी गई। किसानों के विरोध को देखते हुए गांव में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। लेकिन अभी तक किसानों ने पूर्व मंत्री और कार्यकर्ताओं को मंदिर से बाहर नहीं निकलने दिया।

इतना ही नहीं किसानों ने लाइव प्रसारण दिखा रही टीवी स्क्रीन की लाइन भी काट दी। किसानों का कहना है कि संयुक्त किसान मोर्चा ने बीजेपी और जेजेपी नेताओं के कार्यक्रम का विरोध करने के निर्देश जारी कर रखे हैं। किसान आंदोलन के चलते वे बीजेपी का विरोध कर रहे हैं। जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, हर एक कार्यक्रम का विरोध होता रहेगा।

दरअसल उत्तराखंड में धार्मिक स्थल केदारनाथ धाम में पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पूजा-दर्शन समेत करीब 400 करोड़ रुपये के शिलान्यास और उद्घाटन कार्यक्रम का लाइव प्रसारण हो रहा था। प्रदेश के हर जिले के शिव मंदिरों में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम का लाइव प्रसारण किया जा रहा था।

इसी बीच किलोई गांव में आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष पूर्व सहकारिता मंत्री मनीष कुमार ग्रोवर, संगठन मंत्री रविंद्र राजू, मेयर मनमोहन गोयल, जिला अध्यक्ष अजय बंसल, सतीश नांदल, भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामअवतार बाल्मीकि, सीनियर डिप्टी मेयर राजकमल सहगल, भाजपा के कई पार्षद, महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष उषा शर्मा, भाजपा युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष नवीन ढुल समेत रोहतक जिले की भाजपा इकाई के कई नेता और पदाधिकारी पहुंचे थे।

कार्यक्रम की सूचना मिलने पर मंदिर के बाहर किसान एकत्रित होकर विरोध करने लगे. किसानों ने मंदिर प्रांगण में लगी टीवी स्क्रीन के तार भी काट दिए. इतना ही नहीं, मंदिर के मुख्य द्वारों के बाहर लोगों ने पत्थर और झाड़ियां तक रख रखी हैं। यहां भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात है, जो किसानों को समझाने का प्रयास कर रही है. लेकिन पिछले 2 घंटे से भाजपा के तमाम नेता मंदिर के अंदर ही बंद हैं। किसान मंदिर के अंदर घुस गए थे।

जमकर हो हल्ला भी हुआ। अब भी माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। किसानों ने चेतावनी दी है कि अगर बीजेपी के पूर्व मंत्री ने ग्रामीणों से माफी नहीं मांगी तो उनके कपड़े उतार कर घर भेजेंगे। आगे से गांव के लोगों की अनुमति के बिना किसी भी तरह का कार्यक्रम का आयोजन नहीं करने देने की बात भी किसानों की तरफ से कही गई है। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी लगातार घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं।

किसानों का यह भी कहना है कि देश के प्रधानमंत्री और बीजेपी के नेता धर्म के नाम पर लोगों को लड़ाने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन किसान अब इनकी सभी चालों को समझ चुके हैं। मंदिर, धर्मशाला में नेता चक्कर काट रहे हैं। जबकि किसान अपनी फसल बेचने के लिए मंडियों के चक्कर काट काट कर परेशान हो रहा है। लेकिन उनकी फसलें नहीं दिख रही।