May 9, 2024

भ्रूण लिंग जांच मामले में तारक अस्पताल पर पड़ा छापा, मां- बेटे सहित तीन लोग गिरफ्तार

Faridabad/Alive News : जिले में अपराध की घटनाएं थमने का नाम नही ले रही है। जिले की स्वास्थ्य विभाग की प्रसव पूर्व भ्रूण लिंग जांच (पीएनडीटी) टीम ने शुक्रवार देर शाम दिल्ली के द्वारका स्थित तारक अस्पताल में छापा मारा। इस दौरान अल्ट्रासाउंड करने वाले मां-बेटे सहित तीन लोगों को भ्रूण लिंग जांच करते हुए रंगे हाथ पकड़ा है। मौके से अस्पताल संचालक मुनीष अरोड़ा फरार हो गया। स्वास्थ्य विभाग ने द्वारका थाने में पीएनडीटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया है।

दरअसल, स्वास्थ्य विभाग को सूचना मिली थी कि गुरदीप सिंह और तजेंदर कौर द्वारका के तारक अस्पताल में भ्रूण लिंग जांच का कार्य करते हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. विनय गुप्ता को स्थानीय स्तर पर मामले की शिकायत मिली।जिसके बाद सीएमओ ने इस मामले पर संज्ञान लेते हुए पीएनडीटी के नोडल अधिकारी डॉ. हरीश आर्या और खेड़ीकलां स्वास्थ्य केंद्र के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. हरजिंदर के नेतृत्व में टीम गठित की। टीम में तिगांव स्वास्थ्य केंद्र की चिकित्सक डॉ. राखी, डॉ. स्वरूर सिंह, कानूनी सलाहकार संजय गुप्ता और स्वास्थ्यकर्मी पंकज राजपूत को शामिल किया। आरोपियों को पकड़ने के लिए एक फर्जी ग्राहक के रूप में गर्भवती महिला को भ्रूण लिंग जांच के लिए तैयार किया गया। गर्भवती महिला आरोपी तजेंदर कौर व गुरदीप सिंह से मिली।

भ्रूण लिंग जांच के लिए दोनों पक्षों की डील 40 हजार रुपये में तय हो गई। गर्भवती को गुरदीप और तजेंदर कौर दिल्ली स्थित तारक अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां पर डॉ. प्रीति कोचर ने महिला का अल्ट्रासाउंड किया। स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार गर्भवती का पीछा कर रही थी। गर्भवती के इशारे पर स्वास्थ्य अधिकारियों ने आरोपियों को मौके पर रंगे हाथ पकड़ा। इस दौरान दिल्ली पुलिस को मामले की जानकारी दी गई।

छापे के वक्त अस्पताल संचालक मनीष अरोड़ा और डॉ. प्रीति कोचर मौके से फरार हो गए। वहीं, तजेंदर कौर, गुरदीप सिंह और डॉ. कुनाल कुमार विश्वकर्मा को गिरफ्तार किया है। पीएनडीटी के नोडल डॉ. हरीश आर्या ने बताया कि मौके से 40 हजार रुपये भी बरामद किए गए हैं। साथ ही चार अल्ट्रासाउंड मशीनें सील कर दी गई हैं।