Faridabad/Alive News: शारदीय नवरात्र की तैयारी को लेकर मंदिर और पंडाल सजने लगे है। 26 सितंबर से शारदीय नवरात्र शुरू हो रहे हैं। इस दौरान शहर में जगह-जगह डांडिया आयोजनों के साथ देवी दुर्गा के पंडाल सजेंगे। इसको लेकर अभी से तैयारियां शुरू कर दी गई है। फरीदाबाद कालीबाड़ी और दुर्गा बाड़ी में मूर्तिकार मूर्तियों को अंतिम रूप देने में जुटे हैं। आयोजकों और श्रद्धालुओं में खासा उत्साह है। मंदिरों तथा पंडालों में सजावट का काम चल रहा है। शहर के मंदिरों और पंडालों में नवरात्रि तथा दुर्गा पूजा की तैयारियां जोरों पर हैं। जहां एक तरफ मंदिरों में साफ सफाई शुरू कर दी गई है तो वहीं दूसरी ओर मूर्तिकार मूर्तियों को अंतिम रूप देने में जुटे हैं।
क्या कहना है आयोजकों का
हार्डवेयर-बाटा रोड स्थित दुर्गा बाड़ी के पदाधिकारी शलील चक्रवर्ती ने बताया कि इस वर्ष छह फुट ऊंची मां दुर्गा की मूर्ति बनाई जा रही है। मूर्ति का निर्माण पंडित तप्पन चक्रवर्ती और उनकी पत्नी संचीता चक्रवर्ती कर रही है। मूर्ति का निर्माण अंतिम चरण पर है। दुर्गा पूजा को लेकर मंदिर के पदाधिकारी तैयारियों में जुट गए हैं।
सेक्टर- 16 स्थित कालीबाड़ी मंदिर के पदाधिकारी ए. के पंडित ने बताया कि एक अक्टूबर से लेकर पांच अक्टूबर तक अधिवास पूजा, पुष्पांजलि आदि का आयोजन किया जाएगा। मंदिर में मां दुर्गा की प्रतिमा बनाई जा रही है। प्रतिमा बंगाल से आए कलाकार बना रहे है। विजयदशमी के बाद 9 अक्टूबर को लक्ष्मी पूजा, 24 अक्टूबर को मां काली पूजा, 2 नवंबर को श्री जगद्धात्री पूजा का आयोजन किया जाएगा। मंदिर में आने वाले सभी श्रद्धालुओं को कोरोना के नियमों का पालन करने के निर्देश दिए जाएंगे।
एनआईटी स्थित श्री महारानी वैष्णो देवी मंदिर के प्रधान जगदीश भाटिया ने बताया कि मंदिर और पंडालों में तैयारियां तेज कर दी गई है। 26 सितंबर को कलश स्थापना है। 2 अक्टूबर को महासप्तमी, 3 को महाष्टमी, 4 को महानवमी और 5 अक्टूबर को विजयदशमी है। इस बार नवरात्रि पर विशेष संयोग बन रहा है। अच्छे कार्यों की शुरुआत से लाभ मिलेगा। इस बार माता रानी देश की सभी समस्याओं और महामारी को अपने साथ ले जाऐंगी। लोगों को खुशहाल और निरोगी जीवन दान देंगी।