May 2, 2024

शहरवासियों के लिए खुले मैनहोल बन रहे हैं अभिशाप, लोग हो रहे हैं दुर्घटना के शिकार

Poonam Chauhan/Alive News
Faridabad:
प्रशासन की अनदेखी के चलते शहर में जगह-जगह पर सीवर के मैनहोल खुले हुए हैं। शहर के खुले मैनहोल आमजन के बीच परेशानी का कारण बनते जा रहे हैं। आए दिन सीवर के खुले मैनहोल में गिरकर लोग चोटिल हो रहे हैं। जानकारी के मुताबिक शहर में सीवर के मैनहोल खुले होना कोई नई बात नहीं है। शहर के अधिकतर जगहों पर आपको यह दृश्य देखने को मिलेगा।

शिकायतों के बाद भी नगर निगम प्रशासन और एचएसबीपी इस समस्या का समाधान करता हुआ नजर नहीं आ रहा है। बीते रविवार को मैनहोल खुला होने के कारण ही सेक्टर-56 में एक 24 वर्षीय युवक को अपनी जान गंवानी पड़ी। आपको बता दें कि इस घटना के बाद उस मैनहोल का ढ़क्कन लगा दिया गया जहां पर यह घटना हुई। लेकिन सोचने वाली बात यह है कि पिछले 6 माह से उस मैनहोल के ढक्कन को लेकर स्थानीय निवासियों द्वारा शिकायत की जा रही थी और घटना घटित होने के बाद तुरंत प्रभाव से कैसे ढक्कन लगा दिया गया।

प्रशासन की लापरवाही के कारण ना जाने कितने लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ेगी। आपको बता दें कि जिले के नगर निगम क्षेत्र में मैनहोल में लोगों के गिरने का सिलसिला काफी लंबे समय से चल रहा है। बीते वर्ष जवाहर कॉलोनी में मोबाइल फोन पर बात करते हुए जा रही महिला अपने बच्चे के साथ खुले मैनहोल में गिर गई। गनीमत रही कि, इस महिला को मैनहोल में गिरते देख आसपास मौजूद लोगों ने फौरन महिला और उसके बच्चे को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। वहीं दूसरी घटना जिसमें एनआईटी में एक बच्चा स्कूल के लिए निकला और मैनहोल पर ढक्कन ना होने के कारण उसमें गिर गया था हालांकि बच्चे को बचा लिया गया था।

नहीं सुनते अधिकारी
लोगों का कहना है कि मैनहोल के ढक्कन एक बार लगने के बाद अधिकारी उस पर दोबारा ध्यान नहीं देते। ढक्कन को टूटे हुए महिनों बीत जाते हैं लेकिन शिकायतों के बाद भी अधिकारियों के कान पर जूं तक नहीं रेंगती।

शहर में इन जगहों पर खुले हैं मैनहोल के ढक्कन
दर्जनों खुले मैनहोल शहर के लोगों के बीच दुर्घटनाओं का कारण बनते जा रहे हैं। सराय, पल्ला क्षेत्र, सेक्टर-56 और एनआईटी, नंगला पार्ट-2, केडी स्कूल पॉकेट, नंगला एनक्लेव पार्ट-1 प्रिंस स्कूल रोड, भूड कॉलोनी, भारत कॉलोनी, सारन के साथ ओल्ड में भी कई मैनहोल महीनों से खुले हुए हैं।

प्रशासन को है घटनाओं का इंतजार
प्रशासनिक अधिकारी अपनी कमियां छुपाने के लिए क्या कुछ नहीं करते लेकिन वास्तविकता तो यह है कि शहर में ढेरों मैनहोल के ढक्कन खुले हैं, लेकिन कोई भी अधिकारी एक्शन लेना तो दूर शिकायत तक सुनने को तैयार नहीं है। लोग काफी परेशान हैं लेकिन प्रशासनिक अधिकारी मूकदर्शक बने बैठे हैं शायद अधिकारियों को किसी बड़ी घटना का इंतजार है।

क्या कहना है संबंधित अधिकारी का
जैसे हमें सूचना मिलती है हम चैंम्बर और ढक्कन तुरंत ठीक करा देते है। आपके माध्यम से हमें सूचना मिली है जल्द इन्हें भी ठीक करा दिया जाएगा।
-रामजी लाल, चीफ इंजीनियर, नगर निगम फरीदाबाद।