May 3, 2024

डबुआ और बापू नगर के मकानों के अलॉट को लेकर एनबीसीसी-निगम अधिकारियों की ली बैठक

  • रैनवॉटर हावेस्टिंग सिस्टम दुरूस्त करने।
  • रैनीवैल परियोजना में 31 जुलाई तक कमियां दूर करने के सख्त निर्देश।

Faridabad/Alive News : निगम आयुक्त सोनल गोयल ने निगम मुख्यालय में रैनीवैल परियोजना के तहत समुचित पानी की सप्लाई, बरसात सीजन को देखते हुए रैनवॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम दुरूस्त करने, डबुआ और बापू नगर में बने मकानों को गरीबों को अलॉट करने को लेकर एनबीसीसी अधिकारियों और निगम अधिकारियों की मीटिंग ली और रैनीवैल परियोजना के तहत लाईन नंबर-3, 4 और 5 में पेयजल व्यवस्था को बेहतर करने के साथ-साथ बरसाती सीजन में जो रैनवॉटर हावेस्टिंग सिस्टम काम नहीं कर रहे हैं उन्हें दुरूस्त करने के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि गर्मियों में लोगों को सबसे अधिक परेशानी पेयजल को लेकर होती है इसलिए निगम का दायित्व है कि शहरवासियों को समुचित पेयजल व्यवस्था उपलब्ध हो। ताकि गर्मी के सीजन को देखते हुए उन्हें किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। मीटिंग में निगम के अतिरिक्त आयुक्त पार्थ गुप्ता, मुख्य अभियन्ता डी.आर. भास्कर, कार्यकारी अभियन्ता एस.के. अग्रवाल, रमन शर्मा, आनन्द स्वरूप, रमेश बंसल सहित एनबीसीसी के अधिकारी प्रवीण बबेजा सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद थे।

मीटिंग में निगम आयुक्त के संज्ञान में अधिकारियों ने बताया कि रैनीवैल परियोजना के अंतर्गत आने वाली लाईन नंबर-3, 4 और 5 में पानी की समुचित सप्लाई नहीं हो पा रही है जिसके कारण आये दिन शिकायतें मिल रही हैै। उन्होंने बताया कि लाईन नंबर-3 में डीजल जनरेटर द्वारा तीन रैनीवैल को पावर सप्लाई नहीं दे रहे है व रैनीवैल तक पहुंचने के लिए अप्रोच रोड नहीं बनाई गई। रोड के दोनों तरफ मिटटी का भराव नहीं किया गया है। वाटर टैंक, मैन बूस्टिंग स्टेशन की दीवारों के लिए किसी प्रकार का सुरक्षा इंतजाम नहीं है। मैन बूस्टिंग पर स्ट्रीट लाईटो का भी किसी प्रकार का कोई प्रबंध नहीं है। मैन बूस्टिंग स्टेशन केे मुख्य द्वार पर व अन्य स्टील के चैंबर पर पेंट नहीं किया हुआ है। इसके अतिरिक्त अधिकारियों ने बताया कि रैनीवैल परियोजना के अंतर्गत जो पाईप उपयोग में लाए गए है गुणवत्ता के आधार पर ठीक नहीं है और वो बार-बार लीकेज होते रहते है। रैनीवैल परियोजना के अंतर्गत 42 अभी तक चालू भी नहीं किए गए है। वहीं अग्रवाल स्कूल के बूस्टिंग स्टेशन पर जो मोटर लगाई गई है वह चल नहीं रही है और खराब हालत में है व बूस्टिंग को खोलने के लिए कवर/प्लेटस का कोई प्रावधान नहीं है।

इसके अलावा लाईन नंबर-4 में रैनीवैल की 160 किलोवाट की 8 मोटरों में से 4 मोटर खराब है। नचौली गांव में 23 टयूबवैल अभी तक बोर नहीं किए गए है जबकि गांव वालों को भूमि अधिग्रहण की अदायगी कर दी गई है।मीटिग में बताया गया कि लाईन नंबर-5 में रैनीवैल परियोजना के अंतर्गत 160 किलोवाट की 8 में से 5 मोटरें काम नहीं कर रही है। गांव लक्कड़पुर, मेवला महाराजपुर व सेक्टर-48 के बूस्टिंग स्टेशन का कार्य धीमी गति से चल रहा है।

निगम आयुक्त सोनल गोयल ने एनबीसीसी अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि रैनीवैल परियोजना के अंतर्गत आने वाली जितनी भी कमियां निगम प्रशासन द्वारा अवगत करवाई गई है उन्हें 31 जुलाई तक दूर किया जाए, ताकि जनता को रैनीवैल का पूर्ण लाभ मिल सकें। इसके अतिरिक्त एनबीसीसी द्वारा लगाए गए 181 रैनवॉटर हावेस्टिंग सिस्टम में से 141 जो चालू हालत काम कर रहे हैं और बचे हुए 40 रैनवॉटर हावेस्टिंग सिस्टम जो काम नहीं कर रहे हैं उनको 15 दिन के अंदर-अंदर ठीक करवाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने एनबीसीसी के अधिकारियों को डबुआ कालोनी और बापू नगर में जो मकान झुग्गी-बस्ती वालों के लिए बनाए गए थे वो जर्जर हालत में हो गए है उनकी रिपेयरिंग आदि करके उक्त मकान निगम को 31 जुलाई तक सुपुर्द करने और बापू नगर में उक्त स्कीम के तहत नई सीवरेज लाईन बिछाने के निर्देश भी दिए। ताकि उक्त मकान निगम द्वारा गरीबों को अलॉट किए जा सकें।

मीटिंग में निगमायुक्त ने मुख्य अभियन्ता को आदेष दिए कि वो इस बारे जांच करें कि रैनीवैल की कौन सी लाईनें और बूस्टिंग स्टेषन किसकी स्वीकृति से अधिकारी/कर्मचारी ने एनबीसीसी से टेकओवर किए उसकी जांच रिपोर्ट 3 जुलाई तक निगम आयुक्त को प्रस्तुत करें। इसके अतिरिक्त एनबीसीसी के अधिकारियों को आदेश दिए कि सभी कार्यों की असली डीपीआर, स्कोप आफ वर्क और किस काम की कितनी पेमेंट की है और कौन सा प्रोजेक्ट कब बंद हुआ है और नगर निगम को रैनीवैल की कौन-कौन सी लाईनें सुपुर्द की है उसकी रिपोर्ट नगर निगम को प्रस्तुत करें।