April 30, 2024

मिशन जागृति ने स्वयंसेवियों को किया सम्मानित

Faridabad/Alive News : सामाजिक संस्था मिशन जागृति ने अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवी दिवस के अवसर पर अपने स्वयंसेवियों को सम्मानित किया । कार्यक्रम मे  मुख्य अतिथि के रूप मे बड़खल विधानसभा की विधायका सीमा त्रिखा मौजूद रही। विशिष्ट अतिथि मुनेश शर्मा, कविंदर चौधरी, पंकज शर्मा, सत्यनारायन, श्रीनिवास, राकेश खटाना, मनीष त्यागी मौजूद रहे ।
 
इस अवसर पर मुख्य अतिथि सीमा त्रिखा ने कहा कि आज फ़रीदाबाद मे यदि किसी संस्था के स्वयंसेवक सेवा करते हुए दिखते है तो वो है मिशन जागृति। इस संगठन के सैकड़ो सेवक पूरे फ़रीदाबाद मे अपनी एक खास पहचान रखते है । उन्होने कहा कि नि: स्वार्थ भाव से यथासंभव जरूरतमंद की मदद करना, सेवा करना हमारे संस्कारों की पहचान कराता है। तन, मन और वचन से दूसरे की सेवा में तत्पर रहना स्वयं इतना बड़ा साधन है कि उसके रहते किसी अन्य साधन की आवश्यकता ही नहीं रहती। क्योंकि जो व्यक्ति सेवा में सच्चे मन से लग जाएगा उसको वह सब कुछ स्वत: ही प्राप्य होगा जिसकी वह आकांक्षा रखता है। 

अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवी दिवस के अवसर पर मुकेश अग्रवाल, रजेंदर, रानी, कुसुम, मोनिका, खुशभू, शलिनी, मीता, रेखा श्रीवास्तव , सुनीता चन्ना , बिनु , दिव्या अग्रवाल , सुदेश भल्ला, रिंकू, साधन , रोजी दुग्गल, सरिता चौधरी, आशीष राठोर, रेणु शर्मा, सोनल मान शुबलेश मलिक, संजय पाल, अनिल चौहान, अरुणा चौधरी, गीता आलोक सचिन खनदुजा, दीपा  सहदेव, रजेंदर नागर, पिस्ता चौधरी, सुष्मिता भौमिक, विकास कश्यप, विपिन भारद्वाज, प्रभा सोलंकी, भावना चौधरी, दिनेश सिंह, गुरमीत सिंह, राजेश भूटिया, सुनीता रानी, संतोष अरोड़ा, रूपा, हरीश आहूजा, अर्जुन गौड़, हेमंत बरुआ, आदि लोग मौजूद रहे।

इस अवसर पर मुनेश शर्मा ने कहा कि दूसरों के प्रति नि:स्वार्थ सेवा का भाव रखना ही जीवन में कामयाबी का मूलमंत्र है। नि:स्वार्थ भाव से की गई सेवा से किसी का भी हृदय परिवर्तन किया जा सकता है। इसीलिए मिशन जागृति के वॉलंटियर ने लोगो के दिलो मे अपनी एक खास स्थान बना लिया है ये सभी साधुवाद के पात्र है । मुनेश ने कहा कि हमें अपने आचरण में सदैव सेवा का भाव निहित रखना चाहिए, जिससे अन्य लोग भी प्रेरित होते हुए कामयाबी के मार्ग पर अग्रसर हो सकें।
 
इस अवसर पर मिशन जागृति के संस्थापक प्रवेश मलिक ने कहा कि आज यदि मिशन जागृति कि जो पहचान है। वह सिर्फ हमारे वॉलंटियर कि सेवा भाव के  ही कारण है। उन्होने कहा कि मुझे लगता है कि सभी वॉलंटियर से जरूर उनका कोई पुराने जन्मो का नाता रहा होगा । सभी साथी इतनी शिद्धत से सेवा करते है कि  इनका  कर्ज में कभी भी नहीं उतार सकता हु । प्रवेश मलिक ने बताया कि दुनियाभर में स्वयंसेवकों के योगदान को पहचानने और बढ़ावा देने के लिए हर साल 5 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवी दिवस मनाया जाता है।  इस दिन स्थानीय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वयंसेवकों के काम का जश्न मनाया जाता है। इस अवसर पर व्यक्तिगत स्वयंसेवकों और संगठनों दोनों को चिह्नित उन्हें सम्मानित भी किया जाता है।