April 19, 2024

मिट्टी के घर से राष्ट्रपति भवन पहुंचे कोविदं, राष्ट्रपति पद की ली शपथ

New Delhi/Alive News : देश के 14वें राष्ट्रपति के रूप में रामनाथ कोविदं ने राष्ट्रपति पद की शपथ ले ली है. चीफ जस्टिस खेहर ने उन्हें राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई. शपथ लेने के बाद अपने पहले संबोधन में राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि मुझे भारत के राष्ट्रपति का दायित्व सौंपने के लिए सभी का आभार व्यक्त करता हूं. मैं पूरी विनम्रता के साथ इस पद को ग्रहण करता हूं. सेंट्रल हॉल में आकर पुरानी यादें ताजा हुई, सांसद के तौर पर यहां पर कई मुद्दों पर चर्चा की है. मैं मिट्टी के घर में पला बढ़ा हूं, मेरी ये यात्रा काफी लंबी रही है.

लाइव अपडेट्स –

– चीफ जस्टिस ने रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई, प्रणब मुखर्जी ने दी बधाई.

– शपथ ग्रहण से पहले राष्ट्रगान गाया गया

– प्रणब मुखर्जी और रामनाथ कोविंद संसद भवन पहुंचे

– चीफ जस्टिस संसद भवन पहुंचे, थोड़ी देर में कोविंद को दिलाएंगे शपथ.

– शपथ लेने के लिए संसद के लिए रवाना हुए रामनाथ कोविंद, प्रणब मुखर्जी साथ में मौजूद.

– शपथ लेने से पहले रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन की लाइब्रेरी में प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की.

– रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी. साथ में पत्नी भी रहीं मौजूद

– शपथ लेने से पहले रामनाथ कोविंद राजघाट पहुंचे.

20 जुलाई को आए थे नतीजे
आपको बता दें कि 20 जुलाई को आए नतीजों में रामनाथ कोविंद को कुल वोट 10,98903 में से 702044 मिले हैं जबकि मीरा कुमार को 367314 वोट मिले. राष्ट्रपति बनने के लिए कोविंद को 5,52,243 वोट चाहिए थे.

जीत के बाद जताया था आभार
कोविंद ने जीत के बाद कहा कि सभी लोगों ने मुझपर जो विश्वास जताया है, उसके लिए सभी का आभारी हूं. मैं चुनाव में विपक्ष की उम्मीदवार मीरा कुमार को शुभकामनाओं के साथ धन्यवाद देता हूं. जिस पद का गौरव डॉ. राजेंद्र प्रसाद, सर्वपल्लि राधाकृष्णन, एपीजे अब्दुल कलाम जी और प्रणब मुखर्जी ने बढ़ाया है, उस पर पद पर रहना मेरे लिए गौरव की बात और जिम्मेदारी का एहसास करा रहा है. मेरे लिए ये भावुक क्षण है.

जा सकते हैं लद्दाख
देश के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पदभार ग्रहण करने के बाद अपनी पहली यात्रा जम्मू-कश्मीर के लद्दाख रीजन में कर सकते हैं. कोविंद देश के 14वें राष्ट्रपति होंगे और इसी के साथ वो तीनों सेनाओं के सुप्रीम कमांडर भी बन जाएंगे. सूत्रों के मुताबिक कोविंद राष्ट्रपति बनने के बाद सबसे पहले लद्दाख जाकर वहां सेना का मनोबल बढ़ा सकते हैं.