देश और दुनिया के कई डॉक्टर योग का लोहा मान चुके है। कई स्वास्थ्य कर्मियों ने तो योग को कई बीमारियों को जड़ से खत्म करने का सबसे अच्छा साधन बताया है। यही कारण है कि शरीर को ठीक रखने के लिए पूरे विश्व में योग को सबसे श्रेष्ठ माना गया है। विश्व में हर साल 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। हर साल बड़े पैमाने पर इसको लेकर सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
हालांकि कोरोना महामारी के चलते पिछले साल की तरह इस साल भी इसे ज्यादा से ज्यादा डिजिटल, वर्चुअल और इलेक्ट्रॉनिक मंचों के माध्यम से ही कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। हर साल की तरह पीएम नरेन्द्र मोदी योग का महत्व समझाने और इसके लिए लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से अपना संबोधन देंगे। इस दिन के खास महत्व समझने के लिए ये जानना बेहद जरूरी है कि आखिर अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस क्यों और कब से मनाया जाता है।
योग का इतिहास
मान्यता के अनुसार मानव सभ्यता की शुरुआत से ही योग किया जा रहा है। योग के विज्ञान की उत्पत्ति हजारों साल पहले धर्मों या आस्था के जन्म लेने से भी काफी पहले हो गई थी। योग विद्या के अनुसार शिव को पहले योगी या आदि योगी तथा पहले गुरू या आदि गुरू के रूप में माना जाता है। योग एक संस्कृत शब्द है। ऋग्वेद में की गई इसकी व्याख्या के अनुसार योग एक ऐसी शक्ति है जिससे हम अपने मन, मस्तिष्क और शरीर को एक सूत्र में पिरो सकते हैं।
बता दें कि, 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस या विश्व योग दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा की थी। इसके बाद साल 2015 से इस दिन को दुनियाभर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के तौर पर मनाया जाने लगा। 21 जून साल का सबसे लंबा दिन होता है और धरती पर सूर्य सबसे ज्यादा समय तक रहता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के तौर पर मनाने के पीछे ये बड़ा कारण है। इसके अलावा भारत में 21 जून ग्रीष्मकालीन संक्रांति का दिन भी होता है। पहली बार अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस साल 2015 में मनाया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के योग दिवस मनाने की घोषणा के बाद राजपथ पर पीएम मोदी की अगुवाई में 35 हजार लोगों की उपस्थिति में योग दिवस मनाया गया था।
हर साल होती है एक नई थीम
हर साल एक नई थीम पर अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन होता है. साल 2015 में इसकी थीम ‘सद्भाव और शांति के लिए योग’ थी। वहीं साल 2016 में इसकी थीम थी ‘युवाओं को कनेक्ट करें’। इसके बाद 2017 में ‘स्वास्थ्य के लिए योग’ को इसकी थीम रखा गया था। साल 2018 में ‘शांति के लिए योग’ की थीम पर इसका आयोजन किया गया था। इसके बाद साल 2019 में योग के साथ पर्यावरण को कनेक्ट करते हुए इसकी थीम ‘पर्यावरण के लिए योग’ रखी गई थी। कोरोना महामारी के चलते पिछले साल 2020 में इसकी थीम ‘सेहत के लिए योग- घर सेयोग’ रखी गई थी। वहीं इस साल अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की थीम ‘स्वास्थ्य के लिए योग’ (योग फ़ॉर वेलनेस) है।