April 24, 2024

करनाल : एसडीएम मामले में कार्यवाही ना करने को लेकर विपक्ष ने की मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग

Faridabad/Alive News : काफी लंबे समय से निष्क्रिय पडी फरीदाबाद की विपक्षी पार्टियों में किसानों पर हुए लाठीचार्ज ने जान फूंकने का काम किया है। फरीदाबाद के प्रमुख विपक्षी पार्टी लगातार करनाल के एसडीएम आयुष सिन्हा की बर्खास्तगी की मांग कर रही है। इन्हीं मांगों को लेकर बीते दिन इंडियन नेशनल लोकदल की जिला कार्यकारिणी के द्वारा एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया जिसमें प्रदेश की भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा गया। वही आज जिले के तमाम कांग्रेसी नेता तथा कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे तथा भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की तथा सरकार की नीतियों को दमनकारी बताया। ‌इस दौरान जिला उपायुक्त को राज्यपाल के नाम ज्ञापन भी सौंपा गया।

दरअसल, बीते शनिवार को करनाल में अपनी मांगों को लेकर धरनारत किसानों पर एसडीएम आयुष सिन्हा के आदेशों पर लाठीचार्ज किया गया तथा किसानों के सिर फोड़ने की भी बात कही गई। ‌किसानों तथा पुलिस के बीच हुए इस हिंसक झड़प में एक किसान ने अपनी जान भी गंवा दी। इस घटना के बाद प्रदेश की राजनीति एक बार फिर से किसान आंदोलन की आग से सुलग गई है। प्रदेश के तमाम विपक्षी पार्टी सरकार की नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रही है तथा एसडीएम के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की भी मांग कर रही है वही कुछ विपक्षी पार्टी मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर इस्तीफा दे की भी मांग कर रहे हैं।

इस मामले में उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने रविवार को एसडीएम के खिलाफ कार्यवाही करने की बात कही थी जिसके बाद अगले दिन यानी सोमवार को एसडीएम आयुष सिन्हा को निलंबित कर दिया गया। निलंबन के आदेशों के 2 दिन बाद यानी बुधवार को आईएएस अधिकारी आयुष सिन्हा का तबादला चंडीगढ़ कर दिया गया। यह भी विपक्षी पार्टियों के लिए एक राजनीतिक मुद्दा बना हुआ है।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री एसी चौधरी ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी की दमनकारी नीतियां जनता के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है। प्रदेश की भाजपा सरकार ने तानाशाह रवैया अपनाते किसानों की मांगों की अनदेखी कर रही है। भाजपा सरकार को अपनी कार्यशैली में सुधार करने की जरूरत है।