May 2, 2024

अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खिलाड़ियों से होगी औद्योगिक नगरी की पहचान

Faridabad/Alive News : एक तरफ जहां फरीदाबाद की पहचान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रिकेट स्टेडियम राजा नाहर सिंह की वजह से होती थी, वहीं दूसरी तरफ अब औद्योगिक नगरी की पहचान खिलाड़ियों से होगी। ऐसे कई खिलाड़ियों है जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने के साथ ही ओलंपिक में नाम भी कमाया है।

दरअसल,फरीदाबाद के लिए मंगलवार का दिन ऐतिहासिक रहा। ऐसा पहली बार ओलंपिक खेलों में जिले का कोई खिलाड़ी विजेता बना। हालांकि आंध्रप्रदेश मूल की भारतीय महिला खिलाड़ी कर्णम मल्लेश्वरी ने फरीदाबाद में रहते हुए ही वेटलिफ्टिंग में वर्ष 2000 में ओलंपिक में पदक अपने नाम किया था। मेडल जीतने पर उन्होंने जिले का जिक्र कर अपने संघर्ष के दिनों को याद किया था। हालांकि इस बार फरीदाबाद का नाम संघर्ष और खुशी के साथ पैरालंपिक में कांस्य पदक जीतने वाले सिंहराज अधाना के साथ लिया गया।

हरियाणा मानव अधिकार आयोग के मुताबिक जिले में खिलाड़ियों और प्रतिभा की कमी नहीं है। ओलंपिक में मेडल जीतने की दावेदारी फीकी पड़ी उसकी क्षतिपूर्ति इस बार पैरालंपिक खिलाड़ी सिंहराज अधाना ने पूरी की है। पूर्व में हरियाणा का एकमात्र अंतरराष्ट्रीय स्तर का क्रिकेट स्टेडियम जिले में था। सिर्फ इस सुविधा के बूते इसे क्रिकेट से जोड़कर देखा जाता रहा, जबकि खिलाड़ी सिर्फ क्रिकेट के नहीं अन्य विधाओं के भी उभरे है। दिल्ली के नजदीक होने और स्टेडियम सुविधाएं होने के कारण अब स्कोप बढ़ गया है। इसके अलावा ज्यादातर शूटिंग खिलाड़ी फरीदाबाद से ही निकले हैं। हॉकी के लिए एस्ट्रो टर्फ का मैदान सेक्टर-12 में बनाया गया है। यही प्रतिभाएं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जिले की छवि को निखारेंगी।