May 8, 2024

सरकार से अनुमति नहीं मिली तो 12 दिसंबर से एसोसिएशन खोलेगी स्कूल: शर्मा

Faridabad/Alive News: बढ़ते प्रदूषण के कारण हरियाणा सरकार द्वारा एनसीआर के चार जिलों के प्राइवेट स्कूलों को बंद करने के विरोध में बुधवार को कालूपुर चुंगी स्थित ज्ञान विद्यापीठ स्कूल में प्राइवेट स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन हरियाणा की एक मीटिंग हुई। इस मीटिंग की अध्यक्षता एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष रामअवतार शर्मा ने की। इस मीटिंग में एनसीआर के चार जिलों के स्कूल संचालक और एसोसिएशन के पदाधिकारी मौजूद रहे।

राम अवतार शर्मा ने सभी से चर्चा के बाद सर्वसम्मत्ति से प्रस्ताव पास कर हरियाणा के शिक्षा मंत्री से स्कूल खोलने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि यदि 12 दिसम्बर तक सरकार प्राइवेट स्कूलो नहीं खोलती तो 13 तारीख से एसोसिएशन अपने स्तर पर सभी स्कूलों को खोलेगा। रामअवतार शर्मा के नेतृत्व में एसोसिएशन का एक प्रतिनिधिमंडल जिला उपायुक्त और जिला पुलिस कप्तान से मिला और उन्हें प्राइवेट स्कूलों को आ रही दिक्कतों के बारे में अवगत करवाया।

मीटिंग के बाद पत्रकारों से बात करते हुए रामअवतार शर्मा ने कहा कि पहले कोरोना और अब प्रदूषण की मार झेल रहे स्कूल यदि इसी तरह बंद रहे तो ज्यादा दिन नहीं चल पाएंगे। स्कूल संचालकों ने मेहनत कर पेरेंट्स को समझाया था कि उन्हें फीस देनी चाहिए क्योंकि स्कूल पूरी तरह खुल गए हैं। कुछ पेरेंट्स फीस देने भी लगे थे। और फिर सरकार ने स्कूलों को बंद करने का आदेश दे दिया। ये स्कूलों के साथ बहुत ही नाइंसाफी है।

रामअवतार शर्मा ने कहा कि कोरोना काल में सरकार ने किसी प्रकार की वित्तीय सहायता प्राइवेट स्कूलों को नहीं दी। उल्टा सरकार ने सिर्फ ट्यूशन फीस लेने का आदेश जारी कर दिया। प्राइवेट स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन, हरियाणा और प्राइवेट स्कूलों ने भी जैसे तैसे इस संकट से समझौता करते हुए सिर्फ ट्यूशन फीस ली। लेकिन अब तो सरकार के इस आदेश को किसी भी तरह से जायज़ नहीं ठहराया जा सकता।

रामअवतार शर्मा ने कहा कि ये सिर्फ फीस की बात नहीं है। कोरोना काल में बच्चों का पढाई का कितना नुक्सान हुआ है उसके बहुत से सर्वे आ चुके हैं। ऐसे में यदि किसी न किसी कारण से स्कूल लगातार बंद होते रहेंगे तो बच्चे कैसे पढ़ेंगे और स्कूल कैसे उन्हें पढ़ा पाएंगे। उन्होंने कहा कि प्राइवेट स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन, हरियाणा और हरियाणा के प्राइवेट स्कूल सरकार के हर निर्णय में हमेशा साथ रहे हैं। लेकिन अब वक़त है कि सरकार भी प्राइवेट स्कूलों और बच्चों की पढाई के बारे में सोचे।

रामअवतार शर्मा ने शिक्षा मंत्री से कहा कि यदि स्कूल बंद करने से प्रदूषण कम होता हो, तो हम अपने स्कूल ख़ुशी से बंद कर देंगे, जैसे हमने कोरोना के समय किया। लेकिन क्या ऐसा हो रहा है? उन्होंने शिक्षा मंत्री से सवाल किये कि क्या बच्चों के घर बैठने से प्रदूषण कम हो जायेगा? क्या वही प्रदूषण उनके घर तक नहीं पहुँच रहा? स्कूल बंद करने से बच्चों का प्रदूषण से कैसे बचाव हो रहा है? प्रदूषण का और स्कूल बंद करने का कोई संबंध नहीं।

मीटिंग में एसोसिएशन की प्रदेश सचिव मीना नरवाल, प्रदेश महासचिव मुकेश यादव सोनीपत जिला प्रधान तेजे, देवेंदर सिंगला, जतिन अदलखा रविन्द्र सिंह और चारों एनसीआर जिलों से आये प्राइवेट स्कूलों के संचालक और पदाधिकारी मौजूद थे।