May 8, 2024

हरियाणा सरकार ने 3.25 लाख महिलाओं को रक्षाबंधन का दिया तोहफा

Chandigarh/Alive News : हरियाणा सरकार ने रक्षाबंधन के अवसर पर महिलाओं को बहुत बड़ा तोहफा दिया है। सरकार ने स्वयं सहायता समूह से जुड़ी 3.25 लाख महिलाओं को रक्षाबंधन के पर्व पर तोहफा दिया है। ये महिलाएं हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़ी हुई हैं। सरकार ने इन महिलाओं का प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना का प्रीमियम मुख्यमंत्री परिवार समृद्धि योजना से भरने का निर्णय लिया है।

मिली जानकारी के अनुसार इन महिलाओं को अब इस योजना के लाभ के लिए अपनी जेब से प्रीमियम नहीं भरना पड़ेगा। प्रदेश सकरार ने बताया कि कोरोना महामारी के दौरान ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं की आर्थिक स्थिति पर भी असर पड़ा है। हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़ी 4 लाख 91 हजार 200 महिलाओं में से लगभग एक लाख 64 हजार महिलाओं ने तो प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना से खुद को कवर कर लिया है लेकिन लगभग 3.25 महिलाएं अब भी ऐसी हैं। जो महामारी के दौरान उत्पन्न आर्थिक परिस्थितियों के चलते योजना का लाभ नहीं उठा सकी।

उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के मुताबिक बीमा होने से ये महिलाएं भी अपने आप को सुरक्षित महसूस करेंगी। लगभग 40 लाख रुपये के प्रीमियम का भुगतान सरकार की तरफ से योजना के तहत किया जाएगा। मात्र 12 रुपये प्रतिवर्ष के प्रीमियम पर प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के तहत दुर्घटना, जीवन और स्वास्थ्य बीमा कवर मिलता है। मृत्यु होने या पूर्ण रूप से अशक्तता पर 2 लाख रुपये, आंशिक अशक्तता पर एक लाख रुपये मिलते हैं।

बता दें, कि हरियाणा परिवहन विभाग ने रविवार को रक्षाबंधन पर 3000 से अधिक बसें चलाने का निर्णय लिया है। शनिवार को 2800 से ज्यादा बसों ने परिवहन सुविधा प्रदान की। सामान्य दिनों में लगभग 2500 बसें ही सड़कों पर उतर रही थीं। रक्षाबंधन पर हरियाणा, दिल्ली और चंडीगढ़ के लिए यात्रा करने वाली महिलाओं व उनके 15 वर्ष तक के बच्चों को मुफ्त बस सुविधा मिलेगी।

बीते वर्ष कोरोना का प्रभाव अधिक होने पर महिलाओं व बच्चों को इस सुविधा से वंचित रहना पड़ा था। रविवार को सामान्य दिनों की तुलना अधिक आवाजाही होने पर परिवहन विभाग ने रोडवेज कर्मियों की छुट्टियां रद्द की हुई हैं। रोडवेज बेड़े में 3400 से अधिक बसें हैं। सभी डिपो के महाप्रबंधकों को निर्देश दिए गए हैं कि भीड़ अधिक होने पर अधिकांश बसों को चलाएं। महिलाओं व अन्य सवारियों को कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। बसों का संचालन कोविड मानकों के अनुरूप किया जाए।