May 8, 2024

हरियाणाः आज से स्कूलों में लगेगा बच्चों को टीका, टीके लगवाने से बच रहे शिक्षकों को स्कूलों में लगेगी वैक्सीन

Chandigarh/Alive News: हरियाणा में कोरोना से बचाव के लिए टीका लगवाने से कन्नी काट रहे सरकारी स्कूलों के करीब 20 हजार शिक्षकों को अब स्कूलों में ही डोज दी जाएगी। इसके अलावा नौवीं से बारहवीं तक के सभी छात्र-छात्राओं को भी स्कूल में ही टीके लगाए जाएंगे। इसके लिए बुधवार से लेकर 10 जनवरी तक सरकारी स्कूलों में विशेष कैंप लगाए जाएंगे। राजकीय विद्यालयों में छह लाख से अधिक विद्यार्थी टीकाकरण के पात्र हैं।

हरियाणा के प्रतिनिधिमंडल ने सेल्यूलर जेल का दौरा कर उन बलिदानियों की जीवनगाथा को सामने लाने का काम किया। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने सभी स्कूलों में स्वास्थ्य विभाग की टीमें भेजकर पात्र बच्चों को टीके लगाने के निर्देश दिए हैं। विशेष कैंपों को लेकर मंगलवार को शिक्षा निदेशक डा. अशंज सिंह ने भी सभी जिला शिक्षा अधिकारियों, खंड शिक्षा अधिकारियों और जिला परियोजना समन्वयकों को आदेश जारी कर दिए।

जिला उपायुक्त की अध्यक्षता में मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी तथा खंड शिक्षा अधिकारी एक सांझी बैठक कर विद्यालयवार आयोजित होने वाले विशेष वैक्सीनेशन कैंपों की समय-सारणी बनाकर विद्यार्थियों के साथ साझा करेंगे। टीकाकरण कराने वाले सभी बच्चों का डाटा अवसर एप पर अपडेट करने की जिम्मेदारी स्कूल मुखिया की होगी। वैक्सीनेशन कैंप में आने वाले सभी विद्यार्थियों को तापमान की जांच, दो गज की दूरी, मास्क, हाथ धोने एवं सेनेटाइज करने के नियमों का पालन करना जरूरी होगा।

राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) की प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए सरकारी स्कूलों के छात्र 11 जनवरी तक आवेदन कर सकते हैं। स्क्रीनिंग टेस्ट 10 अप्रैल को होगा। सभी राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को बारहवीं में नान मेडिकल पढ़ने वाले सभी छात्र-छात्राओं को आवेदन के लिए प्रेरित करने के निर्देश दिए हैं। बच्चों के 100 रुपये के आवेदन शुल्क का भुगतान विद्यालय की समेकित निधि से किया जाएगा।

सरकारी स्कूलों में पहली से आठवीं कक्षा तक के छात्र-छात्राओं के लिए 100 दिन का पठन अभियान शुरू किया जाएगा। जनवरी से अप्रैल तक चलने वाले इस अभियान के लिए साप्ताहिक कैलेंडर कक्षावार तैयार किया गया है। बच्चे अपने शिक्षकों, अभिभावक की मदद से इसे पूरा कर सकेंगे। हर सप्ताह सिर्फ एक गतिविधि की जाएगी ताकि बच्चे इसे दोहराकर अच्छे से समझ सकें। कक्षाओं को तीन समूहों में बांटा गया है जिसमें प्रथम वर्ग में पहली-दूसरी, दूसरे समूह में तीसरी से पांचवीं और तीसरे समूह में छठी से आठवीं तक के बच्चे शामिल होंगे।