Faridabad/Alive News : हरियाणा यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स के प्रदेशाध्यक्ष संजय राठी ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल से सभी मीडियाकर्मियों को नि:शुल्क चिकित्सा सुविधा के दायरे में लाने का आग्रह किया है। मान्यता प्राप्त पत्रकारों को नि:शुल्क चिकित्सा की सुविधा प्रदान करना मैदानी पत्रकारों के साथ अन्याय एवं पक्षपात है।
एच.यू.जे. अध्यक्ष संजय राठी ने कहा कि आठ साल से अधिक समय गुजर जाने के बावजूद हरियाणा सरकार द्वारा मान्यता प्रदाय समिति का पुनर्गठन ना किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा मीडियाकर्मियों के सर्वोच्च सदन का गठन ना होना सरकार की उदासीनता और पत्रकारों के प्रति दुराग्रह को दर्शाता है।
मान्यता प्रदाय समिति के सदस्य संजय राठी ने कहा कि पत्रकारों को मान्यता प्रदान करने के जटिल नियमों का शीघ्र सरलीकरण किया जाना चाहिए ताकि ज्यादा से ज्यादा मीडियाकर्मियों को लाभ मिल सके। उन्होंने आगे कहा कि मीडियाकर्मियों के लिए पेंशन की आयु 60 वर्ष की बजाए 58 वर्ष की जाए। इसके साथ ही पेंशन संबंधित नियमों में ढील की जाए ताकि ज्यादा से ज्यादा पत्रकारों को पेंशन की सुविधा मिल सके।
एच.यू.जे. अध्यक्ष ने हरियाणा सरकार से अविलम्ब मीडिया एडवाइजर की नियुक्ति का भी अनुरोध किया है ताकि मीडियाकर्मियों और सरकार के मध्य कुशल संवाद सतत बना रहे। इसके साथ ही पत्रकार अपनी समस्याओं और मांगों को प्रभावी रूप से सरकार तक पहुंचा सकें।
यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष संजय राठी ने पत्रकारों पर लगातार हो रहे हमलों और धमकियों के मद्देनजर पत्रकार सुरक्षा कानून बनाए जाने की भी मांग की है। संजय राठी ने सरकार से कोरोना काल के दौरान तथा उसके बाद मरने वाले पत्रकारों को 20-20 लाख रुपए मुआवजा राशि प्रदान करने की मांग की है। इसके साथ ही पत्रकार कल्याण कोष का विस्तार कर इसकी राशि 50 लाख से बढ़ाकर 50 करोड़ करने का आग्रह किया है। हरियाणा यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स के प्रदेश अध्यक्ष संजय राठी ने कहा कि शीघ्र ही मीडिया कर्मियों की मांगों को लेकर एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री और राज्यपाल से भेंट करेगा।